भारत ने इथेनॉल ब्लेंडिंग को 2013-14 के 1.5 फीसदी से बढ़ाकर जुलाई 2022 में 10 फीसदी किया : हरदीप पुरी

पुरी ने कहा कि सरकार ब्रिटेन और जर्मनी जैसे देशों में इलेक्ट्रोलाइजर के घरेलू विनिर्माण के लिए कंपनियों के साथ काम कर रही है ताकि ऊर्जा स्रोत के रूप में हाइड्रोजन की तैनाती सस्ती हो सके।

नई दिल्ली। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने गुरुवार को कहा कि भारत ने पेट्रोल में इथेनॉल सम्मिश्रण (ब्लेंडिंग) को 2013-14 के 1.53 प्रतिशत से बढ़ाकर जुलाई 2022 में 10.17 प्रतिशत कर दिया है। सीआईआई जैव-ऊर्जा शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए पुरी ने कहा कि प्रदूषण को कम करने के दोहरे उद्देश्यों के साथ पराली (पानीपत रिफाइनरी) और बांस (नुमालीगढ़ रिफाइनरी) से इथेनॉल बनाने के लिए 2जी रिफाइनरियों की स्थापना करना इस दिशा में एक और मील का पत्थर है।

हरित हाइड्रोजन नीति का उल्लेख करते हुए, मंत्री ने इसे एक क्रांतिकारी बदलाव के रूप में वर्णित किया, जो भारत को हरित हाइड्रोजन और हरित अमोनिया उत्पादन के लिए वैश्विक केंद्र बनाने के लिए तैयार है। मंत्री ने बताया कि भारत का लक्ष्य सालाना 4 मिलियन टन हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करना है और 2030 तक संचयी जीवाश्म ईंधन आयात बचत का 1 लाख करोड़ रुपये अर्जित करना है।

पुरी ने कहा कि सरकार ब्रिटेन और जर्मनी जैसे देशों में इलेक्ट्रोलाइजर के घरेलू विनिर्माण के लिए कंपनियों के साथ काम कर रही है ताकि ऊर्जा स्रोत के रूप में हाइड्रोजन की तैनाती सस्ती हो सके। मंत्री ने यह भी कहा कि भारत 2070 तक शुद्ध कार्बन शून्य हासिल करने के लिए ऊर्जा परिवर्तन की महत्वाकांक्षी यात्रा कर रहा है और इस परिवर्तन को स्थिर होना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह लगातार बना रहे।

पुरी ने कहा, हमारी तेल विपणन कंपनियां अपने संबंधित शुद्ध शून्य लक्ष्यों के साथ सामने आई हैं- 2046 तक इंडियन ऑयल, 2040 तक भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम – जिसका अर्थ यह भी है कि वह ऊर्जा स्रोत में बदलाव के लिए कमर कस रहे हैं और आगे बढ़ रहे हैं।

First Published on: January 13, 2023 10:22 AM
Exit mobile version