कोरोना का ईलाज कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों को मदरपॉड उपलब्ध करा रहा सुरक्षित यात्रा

कोरोना का ईलाज कर रहे स्वास्थ्यर्मियों को उनके घर से अस्पताल पहुंचाने के लिए भूतपूर्व सैनिकों का एक संगठन वाहन सुविधा मुहैया करा रहा है। इस वाहन में कोविड-19 को लेकर हर तरह के एहतियात बरता जा रहा है।

नई दिल्ली। कोरोना का ईलाज कर रहे स्वास्थ्यर्मियों को उनके घर से अस्पताल पहुंचाने के लिए  भूतपूर्व सैनिकों का एक संगठन वाहन सुविधा मुहैया करा रहा है। इस वाहन में कोविड-19 को लेकर  हर तरह के एहतियात बरता जा रहा है। इन वाहनों को भूतपूर्व सैनिक द्वारा चलाने के साथ सेनेटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग सहित सभी सुरक्षा उपाय का ख्याल रखा जा रहा है। मदरपॉड इनोवेशंस अपनी तरह का पहला शेयर्ड मोबिलिटी सॉल्यूशंस प्रोवाइडर है। जिसने आज अपने ’सैनिक फॉर डॉक्टर्स’ इनीशिएटिव की शुरूआत की।  मदरपॉड की ओर से कहा गया कि आज से बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली और हैदराबाद के सभी स्वास्थ्य-सेवा संस्थान मदरपॉड के साथ भागीदारी कर सकते हैं।

बता दें कि अपनी इस मुहिम के जरिए, मदरपॉड पूरी हिफाज़त के साथ, सुरक्षित तथा बिल्कुल स्वच्छ तरीके से मोबिलिटी सॉल्यूशंस उपलब्ध करा रहा है। मौजूदा हालात में  फ्रंटलाइन हेल्थवर्कर्स कई  तरह के चुनौतियों का सामना कर रहे हैं इसको ध्यान में रखते हुए, मदरपॉड की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों और सुरक्षा संबंधी प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कर रहा है। वहीं वाहन में सवार होने वाले यात्रियों की अधिकतम संख्या दो निर्धारित की गई है। हरेक वाहन में उच्चतम गुणवत्ता वाले ऐक्रेलिक पार्टीशन को इंस्टॉल किया गया है, जो पूरी तरह सुरक्षित है। इसके अलावा, यात्रा की शुरुआत से पहले हर यात्री को एक बार इस्तेमाल किए जाने योग्य पीपीई किट दिया जाएगा, जिसमें ग्लव्स, सैनिटाइजर और मास्क शामिल होंगे। हर बार यात्रा के बाद वाहन के भीतरी हिस्से को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाता है।

इस मुहिम के शुरू होने के मौके पर मदरपॉड के कैप्टन संजय कुमार सिंह ने कहा, “टेक्नोलॉजी का लाभ उठाते हुए विभिन्न प्रकार के मोबिलिटी सॉल्यूशंस उपलब्ध ही मदरपॉड का उद्देश्य है, और ’सैनिक फॉर डॉक्टर्स’ नामक अपनी इस पहली मुहिम की शुरुआत करते हुए हमें बेहद खुशी हो रही है। कोविड के बाद के इस हालात में, सुरक्षित आवागमन के लिए पहले की तुलना में सुरक्षा के अधिक सख्त उपायों एवं बेहतर मानकों को अपनाना बेहद जरूरी हो गया है। फिर बात चाहे स्वास्थ्यकर्मियों की हो, या फिर अपने कारोबार के लिए या छुट्टियां बिताने के लिए यात्रा करने वाले लोगों की बात हो। देश की रक्षा करने वाले भूतपूर्व सैनिक इस चुनौती के लिए आदर्श हैं, क्योंकि उन्हें सुरक्षा प्रोटोकॉल के उच्चतम मानकों का पालन करने के लिए अनुशासित और प्रशिक्षित किया जाता है। समय के साथ, मदरपॉड अपने साथ और अधिक संख्या में सैनिकों को जोड़ेगा, तथा बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त सैनिकों को अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराएगा।“ 

भूतपूर्व सैनिकों को नए सिरे से कौशल प्रदान करने, पुनः रोजगार उपलब्ध कराने और उनके आर्थिक समावेशन के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए, मदरपॉड ने विभिन्न रक्षा संगठनों के साथ भागीदारी की है। कंपनी ने अगले 3 सालों के दौरान, 100,000 भूतपूर्व सैनिकों को नए सिरे से कुशल बनाने और पुनः रोजगार उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। मदरपॉड के पास एक अत्याधुनिक सैनिक नियंत्रण कक्ष है और यह सैनिकों द्वारा प्रबंधित हेल्पलाइन नंबर का संचालन भी करता है। पूरे भारत में रणनीतिक रूप से स्थापित किए गए कमांड सेंटरों के जरिए हमारी फ्लीट में शामिल सभी वाहनों की निगरानी की जाती है।

First Published on: July 17, 2020 6:22 PM
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