
नई दिल्ली। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को विनिर्माण क्षेत्र, विशेष रूप से सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) से अपने उत्पादों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने का आग्रह किया। फिक्की लीड्स शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हालांकि भारत ऑटो, एफएमसीजी, हॉस्पिटैलिटी और कई अन्य क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद देने में एक मार्केट लीडर है, लेकिन उसे एफएमसीजी क्षेत्र से निकलने वाले उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने की जरूरत है।
गोयल ने कहा, “हमें उस निर्यात गुणवत्ता उत्पाद मानसिकता से बाहर आने की जरूरत है। हर उत्पाद में विश्व स्तर की उत्पादन गुणवत्ता होनी चाहिए। अगर गुणवत्ता अच्छी नहीं होगी, तो वह उद्योग बाजार से बाहर हो जाएगा।”
उन्होंने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि खिलौना क्षेत्र में गुणवत्ता नियंत्रण आदेश लागू होने के बाद, भारतीय खिलौना उद्योग ने घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय विकास दोनों को देखा है।
मंत्री ने सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम पर उद्योग जगत से फीडबैक मांगा और उनसे इस प्रक्रिया में किसी सुधार की जरूरत होने पर सुझाव देने को कहा। उन्होंने उद्योग जगत से 2030 तक सरकार के 2 ट्रिलियन डॉलर के सामान और सेवाओं के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करने को कहा।