नई दिल्ली। मुंबई महानगर पालिका क्षेत्र में मांग बढ़ने से संपत्तियों का पंजीकरण जुलाई के महीने में 15 प्रतिशत बढ़कर 11,339 इकाई हो गया। संपत्ति सलाहकार फर्म नाइट फ्रैंक इंडिया ने सोमवार को एक बयान में कहा कि पिछले एक दशक में जुलाई के दौरान संपत्तियों के पंजीकरण का यह सर्वाधिक आंकड़ा है। जुलाई महीने का यह आंकड़ा 30 जुलाई को अपराह्न तीन बजे तक का है।
मुंबई महानगर पालिका क्षेत्र में हुए कुल पंजीकरण में से 86 प्रतिशत आवासीय इकाइयों के थे जबकि 10 प्रतिशत पंजीकरण वाणिज्यिक संपत्तियों का हुआ। इन संपत्तियों के पंजीकरण से सरकार को शुल्क के रूप में 829 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है।
नाइट फ्रैंक ने कहा, ‘‘मुद्रास्फीति के बढ़ते दबाव के बीच रिजर्व बैंक ने रेपो दर में कुल 0.90 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है जिससे घर खरीदारों के लिए किफायती आवास की सीमा बढ़ गई है। इसके बावजूद जुलाई में मांग बनी रहने से संपत्तियों का पंजीकरण अधिक रहा।’’
एक साल पहले जुलाई, 2021 में मुंबई महानगर में 9,822 इकाइयों का पंजीकरण हुआ था। वहीं इस साल जून में 9,919 संपत्तियां पंजीकृत हुई थीं।