
भारतीयों के लिए धनतेरस और दिवाली के मौके पर सोने की खरीदारी का एक शुभ समय माना जाता हैं। ऐसे में धनतेरस का दिन निवेशकों के लिए काफी अहम है। जिसका इंतजार सबको बेसब्री से रहता है। इसके अलावा भी निवेश के लिए सोना सबसे बेहतर विकल्पों में से एक माना जाता है। अगर आप भी इस आज धनतेरस के मौके पर सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं तो बता दें कि आपके लिए क्या-क्या विकल्प मौजूद हैं।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
सोने में निवेश के कई विकल्प हो सकते हैं जैसे गहने, सोने के सिक्के, गोल्ड बुलियंस इत्यादि लेकिन इन सबमें सबसे बेहतर ‘सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड’ विकल्प माना जाता है । इस सरकारी स्कीम में निवेश से रिस्क बेहद कम हो जाता है और आप बेफिक्र होकर रिटर्न हासिल कर सकती हैं। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को रिजर्व बैंक जारी करता है इसलिए इसकी शुद्धता को लेकर कोई झंझट नहीं होता।
सॉवरेन गोल्ड फंड में निवेश करना फायदेमंद है। इसपर गोल्ड के भाव के अलावा सालाना 2.5 फीसदी का फिक्स्ड रिटर्न भी मिलता है। हालांकि कोई भी निवेश का फैसला लेने से पहले टैक्स का आकलन जरूर कर लेना चाहिए क्योंकि इससे अंतिम रिटर्न प्रभावित होता है। मेच्योरिटी पर यह टैक्स फ्री होता है लेकिन उसके पहले इससे निकासी पर टैक्स चुकाना पड़ता है।
सोने की ज्वेलरी खरीदारी
सोने के आभूषण को सीधे दुकान से खरीदकर निवेश किया जा सकता है। इसके लिए आप आभूषण विक्रेता के पास से अपनी पसंद के सोने के आभूषण खरीद ले सकते है। यह सोने में निवेश का एक पारंपरिक तरीका माना गया है। इसमें आप भविष्य में सोने के दाम बढ़ने पर अच्छा रिर्टन पा सकते हैं। इसके लिए आपको किसी भी प्रकार ऑनलाइन माध्यम की जरुरत नहीं होती है।
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड भी सोने में निवेश का एक माध्यम बन रहा है। इसकी शुरुआत साल 2007 गोल्ड ETF की यानी गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड के रुप में हुई थी। यह एक ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड होता है, जो सोने की गिरते चढ़ते भावों पर आधारित होता है।
गोल्ड ETF निवेशकों को गोल्ड मार्केट का एक्सपोजर देता है। लंबी अवधि में निवेश से अच्छा रिटर्न भी मिलता है। शेयर बाजार में निवेश के मुकाबले गोल्ड ETF में निवेश कम उतार चढ़ाव वाला होता है। 1 गोल्ड ETF की वैल्यू 1 ग्राम सोने के बराबर होती है।