नई दिल्ली। महिंद्रा एंड महिंद्रा की घाटे में चल रही दक्षिण कोरियाई इकाई सैंगयोंग मोटर कंपनी (एसवाईएमसी) ने ‘दिवाला’ कार्रवाई के लिये आवेदन किया है। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने सोमवार को यह जानकारी दी।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा कि एसवाईएमसी ने दक्षिण कोरिया के कर्जदार पुनर्वास एवं दिवाला कानून के तहत सियोल की दिवाला अदालत में पुनर्वास प्रक्रिया शुरू करने के लिए आवेदन किया है।
इसके अलावा संकटग्रस्त वाहन कंपनी ने स्वायत्त पुनर्गठन समर्थन (एआरएस) कार्यक्रम के लिए आवेदन किया है। यह अदालत द्वारा तैयार प्रक्रिया होती है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा कि यदि अदालत एआरएस को मंजूरी दे देती है तो एसवाईएमसी अपने बोर्ड की निगरानी में कामकाज जारी रखेगी और अंशधारकों के साथ पुनरुद्धार पैकेज पर सहमति के लिए बातचीत करेगी। कंपनी ने कहा कि यह पुनरुद्धार पैकेज इक्विटी या ऋण अथवा संबंधित कार्रवाई के रूप में हो सकता है।
हालांकि, कंपनी को इनमें से कुछ फैसलों के लिए अदालत की मंजूरी लेनी होगी।
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने पिछले सप्ताह शेयर बाजारों को सूचित किया था कि एसवाईएमसी करीब 60 अरब केआरडब्ल्यू (408 करोड़ रुपये) के ऋण भुगतान में चूक गई है। दक्षिण कोरियाई कंपनी पर करीब 100 अरब कोरियाई वॉन यानी 680 करोड़ रुपये का कर्ज है।
इस साल अप्रैल में महिंद्रा एंड महिंद्रा ने एसवाईएमसी में नयी इक्विटी डालने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। मुंबई की वाहन कंपनी ने 2010 में घाटे में चल रही सैंगयोंग का अधिग्रहण किया था।