स्टीव जॉब्स को मिलेगा मरणोपरांत मेडल ऑफ फ्रीडम

स्टीव जॉब्स, जिनकी 5 अक्टूबर, 2011 को मृत्यु हो गई। पिक्सर के सीईओ, एप्पल, इंच के सह-संस्थापक, मुख्य कार्यकारी और अध्यक्ष थे और वॉल्ट डिजनी कंपनी में एक प्रमुख भूमिका निभाई।

सैन फ्रांसिस्को। टेक दिग्गज एप्पल के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ स्टीव जॉब्स को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा 7 जुलाई को व्हाइट हाउस में मरणोपरांत राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जाएगा। दरअसल, बाइडेन ने प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम के 17 प्राप्तकर्ताओं को नामित किया और उनमें से एक में दिवंगत तकनीक का सम्मान किया गया।

व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, “ये 17 अमेरिकी संभावनाओं की शक्ति का प्रदर्शन करते हैं और राष्ट्र की आत्मा को मूर्त रूप देते हैं – कड़ी मेहनत, दृढ़ता और विश्वास।”

आगे इसमें उन्होंने कहा, “उन्होंने कला और विज्ञान में प्रभावशाली उपलब्धियां हासिल करने के लिए महत्वपूर्ण बाधाओं को दूर किया है, हमारे बीच सबसे कमजोर लोगों की वकालत करने के लिए अपना जीवन समर्पित किया है, और अपने समुदायों में बदलाव लाने के लिए बहादुरी से काम किया है।”

प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने अमेरिका की समृद्धि, मूल्यों, या सुरक्षा, विश्व शांति, या अन्य महत्वपूर्ण सामाजिक, सार्वजनिक या निजी प्रयासों में अनुकरणीय योगदान दिया है।

स्टीव जॉब्स, जिनकी 5 अक्टूबर, 2011 को मृत्यु हो गई। पिक्सर के सीईओ, एप्पल, इंच के सह-संस्थापक, मुख्य कार्यकारी और अध्यक्ष थे और वॉल्ट डिजनी कंपनी में एक प्रमुख भूमिका निभाई।

First Published on: July 2, 2022 11:26 AM
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