अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 अक्टूबर, 2025 से सभी ब्रांडेड और पेटेंटेड दवाओं के आयात पर 100 परसेंट टैरिफ लगाया है। इसके अलावा, भारी ट्रकों पर 25 परसेंट और किचन कैबिनेट व संबंधित उत्पादों पर 50 परसेंट टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इसका असर आज भारतीय शेयर बाजार में दिख रहा है।
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई। बीएसई सेंसेक्स 203.67 अंकों की गिरावट के साथ 80,956.01 पर खुला, जबकि निफ्टी 50 72.3 अंकों की गिरावट के साथ 24,818.55 पर खुला।
बीएसई पर सन फार्मा सबसे ज्यादा नुकसान में रहा, उसके बाद बजाज फाइनेंस और एशियन पेंट्स का स्थान रहा। मुनाफे में रहने वालों में लार्सन एंड टुब्रो (L&T), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL) और टाटा स्टील शामिल रहे। निफ्टी मिडकैप 100 में 0.21 परसेंट और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 0.37 परसेंट की गिरावट दर्ज की गई। सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें, तो निफ्टी फार्मा इंडेक्स में 2 परसेंट से ज्यादा की गिरावट आई। इसके विपरीत, निफ्टी मीडिया और निफ्टी मेटल ही प्रॉफिट में रहे, जिनमें क्रमशः 0.62 परसेंट और 0.28 परसेंट का उछाल आया।
शुक्रवार को एशियाई बाजार भी लाल निशान में खुले। ट्रंप के फर्नीचर, फार्मा प्रोडक्ट्स और भारी ट्रकों पर हाई टैरिफ लगाए जाने के चलते जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 0.28 परसेंट गिरा, दक्षिण कोरिया के कोस्पी इंडेक्स में 1.5 परसेंट की गिरावट दर्ज की गई। ऑस्ट्रेलिया का एएसएक्स 200 0.3 परसेंट नीचे रहा।
इधर, बेरोजगारी दावों में अप्रत्याशित कमी और जीडीपी ग्रोथ में उल्लेखनीय कमी के चलते गुरुवार को अमेरिकी शेयर लगातार तीसरे सत्र गिरावट के साथ बंद हुए। इसके चलते साल के आखिर तक ब्याज दरों में कटौती होने की संभावनाएं कम होती जा रही हैं। रातोंरात, नैस्डैक कंपोजिट इंडेक्स 0.5 परसेंट, एसएंडपी 500 0.5 परसेंट और डॉव जोन्स लगभग 0.38 परसेंट तक गिर गए।
गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ था। सेंसेक्स 555.95 या 0.68 परसेंट टूटकर 81159.68 पर बंद हुआ। इसी तरह से निफ्टी 50 इंडेक्स भी 166.05 अंक या 0.66 परसेंट फिसलकर 24890.85 के लेवल पर बंद हुआ।