
कोलकाता। गृह मंत्री अमित शाह के पश्चिम बंगाल के दौरे के दौरान उठा सियासी बवंडर अपने पूरी रफ़्तार पर है। एक और जहां कई कद्दावर नेताओं के टीएमसी को छोड़कर बीजेपी का दामन थामने की उम्मीद है, वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बीच कहा कि अच्छा है कि सड़े हुए तत्व अपने आप पार्टी से निकल रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले तैयारियों का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री एवं पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह शुक्रवार देर रात करीब एक बजे के बाद कोलकाता के अपने दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे। कोलकाता पहुंचने के बाद उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं गुरुदेव टेगौर, ईश्वर चंद्र विद्यासागर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी की इस पावन धरती को नमन करता हूं।’’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार सुबह उत्तर कोलकाता स्थित स्वामी विवेकानंद के जन्मस्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि 19वीं सदी के महापुरुष के आदर्श आज की दुनिया में और भी प्रासंगिक हैं।
पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर आए शाह ने स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि अर्पित की और भारत की संस्कृति तथा मूल्यों को विश्वभर में पहुंचाने के लिए उनकी सराहना की।
शाह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘स्वामी विवेकानंद ने भारत की संस्कृति, दृष्टिकोण और मूल्य विश्वभर में पहुंचाए। उन्होंने आध्यात्मिकता और आधुनिकता को आपस में जोड़ा। उनकी जन्मस्थली पर आने के बाद मुझे महसूस हुआ कि उनके आदर्श आज की दुनिया में भी प्रासंगिक बने हुए हैं, बल्कि आज के समय में उनके आदर्शों की आवश्यकता कहीं अधिक है।’’
कयास लगाए जा रहे हैं कि तृणमूल कांग्रेस और राज्य मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री का पद छोड़ने वाले प्रभावशाली नेता शुभेंदु अधिकारी और शीलभद्र दत्ता तथा जितेंद्र तिवारी जैसे तृणमूल कांग्रेस के कुछ असंतुष्ट नेता, शाह के बंगाल दौरे के दौरान भाजपा में शामिल होंगे।
अमित शाह शनिवार को मिदनापुर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे जहां तृणमूल कांग्रेस के कई नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि शाह और पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा विधानसभा चुनाव होने तक हर महीने प्रदेश के दौरे पर आएंगे।
बगावत से TMC को लगा झटका, ममता ने कहा- नहीं पड़ेगा असर
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को फिर से बड़ा झटका लगा। दो विधायकों शुभेंदु अधिकारी और जितेंद्र तिवारी समेत तृणमूल कांग्रेस के चार वरिष्ठ नेताओं के पार्टी छोड़ने के एक दिन बाद शुक्रवार को बैरकपुर के विधायक शीलभद्र दत्ता और कंथी उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बनश्री मैती ने भी अपना इस्तीफा दे दिया। इस बीच, विपक्षी माकपा को भी झटका लगा है क्योंकि विधायक तापसी मंडल ने पार्टी छोड़ दी है।
प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने दावा किया कि करीब 10-12 विधायक, तृणमूल कांगेस और अन्य दलों के कुछ नेता भगवा पार्टी में शामिल होंगे। शाम के समय तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने अपने आवास पर एक बैठक में पार्टी के नेताओं से कहा कि चिंतित होने की बात नहीं है क्योंकि राज्य की जनता तृणमूल कांग्रेस के साथ है।
बैरकपुर के विधायक शीलभद्र दत्ता ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। दत्ता दो बार विधायक रह चुके हैं। दत्ता ने बताया कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को ईमेल कर अपना इस्तीफा भेज दिया है।
तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी विधायक पद से और पार्टी से पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। इससे पहले उन्होंने राज्य सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
अधिकारी के बाद पांडवेश्वर के विधायक और आसनसोल नगर निगम के प्रमुख जितेंद्र तिवारी ने भी पार्टी छोड़ दी। चर्चा है कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। पूर्व मंत्री श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भी तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने की घोषणा की है।
तृणमूल कांग्रेस की विधायक बनश्री मैती ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। पश्चिम बंगाल के कंथी उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से दो बार की विधायक मैती ने कहा कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को ई-मेल से अपना इस्तीफा भेज दिया है।
बहरहाल, हल्दिया से माकपा की विधायक तापसी मंडल ने कहा कि उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है क्योंकि उन्हें ‘‘लोगों के लिए काम नहीं करने दिया जा रहा था।’’ वाम मोर्चा के विधायक दल के नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि मंडल भगवा खेमे में जुड़ने का बहाना खोज रही थीं।
सड़े हुए तत्व अपने आप निकल रहे हैं, पार्टी के लिए थे भार: ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने कई नेताओं के पार्टी छोड़ने के बीच शुक्रवार रात कहा कि यह अच्छा है कि सड़े हुए तत्व अपने आप निकल रहे हैं। उन्होंने पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं को पार्टी के लिए भार बताया।
बनर्जी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए अपने आवास पर चुनिंदा नेताओं के साथ एक आंतरिक बैठक की। पार्टी सूत्रों के अनुसार, बनर्जी ने तृणमूल नेताओं से कहा कि वे इससे चिंतित न हों क्योंकि राज्य के लोग उनके साथ हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “बैठक के दौरान हमारी पार्टी की सुप्रीमो ने हमें कहा कि वे नेताओं के पार्टी छोड़ने के बारे में चिंतित न हों क्योंकि यह अच्छा है कि सड़े हुए तत्व पार्टी छोड़ रहे हैं।’’ बैठक शाम सात बजे शुरू हुई और रात 9.30 बजे तक जारी रही। बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है।
TMC छोड़ने के बाद विधायक के बदले सुर
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी को छोड़ने के एक दिन बाद, विधायक जितेंद्र तिवारी ने शुक्रवार को अपना सुर बदलते हुए पार्टी के शीर्ष नेता से मिलने की इच्छा व्यक्त की। भाजपा में उनके शामिल होने की अटकलों के बीच केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने इसका विरोध किया है।
आसनसोल नगर निकाय के प्रमुख तिवारी ने पार्टी के पूर्व नेता शुभेन्दु अधिकारी के नक्शेकदम पर चलते हुए बृहस्पतिवार को टीएमसी छोड़ दी थी। कयास लगाए जा रहे थे कि वे जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं, लेकिन लगता है कि तिवारी के लिए राह आसान नहीं है, क्योंकि सुप्रियो और अन्य भाजपा नेताओं ने भगवा पार्टी में उनके शामिल होने का विरोध किया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश करेंगे कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर ‘अत्याचार’ करने वाले टीएमसी नेताओं को उनकी पार्टी में शामिल न किया जाए।