बंगाल में नड्डा के काफिले पर हमला, ममता ने बताया नाटक, शाह ने स्थिति पर चिंता जताई

बनर्जी ने कहा, ‘‘भाजपा कार्यकर्ता हर दिन हथियारों के साथ आते हैं। वे खुद को थप्पड़ मार रहे हैं और इसका आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लगा रहे हैं। जरा स्थिति के बारे में सोचिए। वे बीएसएफ, सीआरपीएफ, सेना और सीआईएसएफ के साथ घूम रहे हैं...तो फिर आप इतने भयभीत क्यों हो।’’

डायमंड हार्बर। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के कथित कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के काफिले पर हमला किया।

भगवा दल के नेताओं और प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि हमले में वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय सहित कई लोग घायल हो गए।

नाराज नड्डा ने हमले को ‘अभूतपूर्व’ करार दिया और आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह चरमरा गई है तथा यह ‘‘गुंडा राज’’ में तब्दील हो गया है।

उन्होंने यह भी कहा कि हिंसा से ममता बनर्जी सरकार की ‘‘हताशा’’ झलकती है। वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हमले को नाटक करार दिया।

बनर्जी ने कोलकाता में कहा, ‘‘वे (भाजपा कार्यकर्ता) हर दिन हथियारों के साथ (रैलियों के लिए) आते हैं। वे खुद को थप्पड़ मार रहे हैं और इसका आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लगा रहे हैं। जरा स्थिति के बारे में सोचिए। वे बीएसएफ, सीआरपीएफ, सेना और सीआईएसएफ के साथ घूम रहे हैं…तो फिर आप इतने भयभीत क्यों हो।’’

मुख्यमंत्री के भतीजे एवं डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी ने हालांकि दावा किया कि यह जनता का गुस्सा था क्योंकि भाजपा मुसीबत के समय लोगों के साथ खड़ी नहीं रही।

तृणमूल कांग्रेस की युवा इकाई के प्रमुख ने आरामबाग में एक रैली में कहा, ‘‘नड्डा डायमंड हार्बर में आज परेशानी में थे। मैं इसमें क्या कर सकता हूं? लोगों के गुस्से का फूटना मेरी जिम्मेदारी नहीं है। लॉकडाउन, जीएसटी और नोटबंदी की वजह से हुई कठिनाइयों के बावजूद भाजपा लोगों के साथ खड़ी दिखाई नहीं दी।’’

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह सहित कई केंद्रीय मंत्रियों तथा पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने घटना की निन्दा की।

सिंह ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में राजनीतिक नेताओं को इस तरह से निशाना बनाना बेहद चिंताजनक है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के क़ाफ़िले पर हुए हमले की गंभीरता को देखते हुए इसकी पूरी जाँच की जानी चाहिए और इस घटना की ज़िम्मेदारी तय की जानी चाहिए।’’

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘पश्चिम बंगाल के प्रवास के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमान जेपी नड्डा के क़ाफ़िले पर हुए हमले के बाद मैंने उनसे फ़ोन पर बात करके उनकी कुशलक्षेम की जानकारी प्राप्त की है। यह घटना पश्चिम बंगाल राज्य की गिरती क़ानून व्यवस्था की परिचायक है।’’

वहीं, पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘तृणमूल शासन में बंगाल अत्याचार, अराजकता और अंधकार के युग में जा चुका है। टीएमसी के राज में पश्चिम बंगाल के अंदर जिस तरह से राजनीतिक हिंसा को संस्थागत कर चरम सीमा पर पहुँचाया गया है, वह लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले सभी लोगों के लिए दु:खद भी है और चिंताजनक भी।’’

उन्होंने लिखा, ‘‘बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी के ऊपर हुआ हमला बहुत ही निंदनीय है, उसकी जितनी भी निंदा की जाए वो कम है। केंद्र सरकार इस हमले को पूरी गंभीरता से ले रही है। बंगाल सरकार को इस प्रायोजित हिंसा के लिए प्रदेश की शांतिप्रिय जनता को जवाब देना होगा।’’

राज्यपाल धनखड़ ने घटना पर चिंता व्यक्त की और कहा कि राज्य प्रशासन उनकी चेतावनियों के बावजूद कार्रवाई करने में विफल रहा।

धनखड़ ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को इस बारे में आज सुबह 8.19 बजे तथा 9.05 बजे ही सतर्क किया था कि डायमंड हार्बर में भाजपा की बैठक के दौरान कानून व्यवस्था संबंधी दिक्कत पैदा हो सकती है।

राज्यपाल ने ट्वीट में लिखा कि मुख्य सचिव ने उन्हें सूचित किया था कि पुलिस महानिदेशक को आगाह कर दिया गया है और तदनुसार अवगत करा दिया गया है।

उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ‘‘घटना से कानूनी प्राधिकार के पूरी तरह विफल होने का संकेत मिलता है।’’

पुलिस पर हमला न रोक पाने का आरोप लगाते हुए धनखड़ ने कहा, ‘‘डायमंड हार्बर के पुलिस अधीक्षक के लिए यह समय लोकसेवक के रूप में काम करने का है।’’

राज्यपाल ने लिखा, ‘‘अराजकता तथा कानून व्यवस्था की स्थिति चरमराने से चिंतित हूं…सत्तारूढ़ पार्टी के गुंडों ने भाजपा अध्यक्ष के काफिले में तोड़फोड़ की और राजनीतिक पश्चिम बंगाल पुलिस समर्थन कर रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि उन्हें (हमलावरों) राजनीतिक पुलिस का संरक्षण प्राप्त है…।’’

नड्डा के काफिले पर आज सुबह उस समय हमला हुआ जब वह पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में शामिल होने डायमंड हार्बर जा रहे थे। इस दौरान भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित कई नेता घायल हो गए।

बुलेट प्रूफ कार में सवार नड्डा को हालांकि कोई नुकसान नहीं पहुंचा।

घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस के कथित कार्यकर्ताओं ने दक्षिण 24 परगना जिले में सिराकुल के पास सड़क को अवरुद्ध कर दिया। उनमें से कुछ के हाथों में लाठी-डंडे, लोहे की छड़ें और पत्थर थे। पुलिस ने जब उन्हें हटाने की कोशिश की तो वे भाजपा और मीडिया के खिलाफ नारे लगाते हुए पुलिस से झगड़ने लगे।

उन्होंने बताया कि जैसे ही वहां से काफिले ने गुजरने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारी वाहनों के साथ दौड़ने लगे और उनपर मुक्कों, लाठी-डंडों तथा लोहे की छड़ों से हमला कर शीशे तोड़ दिए।

कुछ किलोमीटर दूर प्रदर्शनकारियों के एक और समूह ने सड़क को रोक दिया। वे काफिले की तरफ बढ़े और इसपर पथराव कर दिया।

विजयवर्गीय और पार्टी उपाध्यक्ष मुकुल रॉय के हाथ में चोट आई, जबकि रॉय के सुरक्षाकर्मी के सिर में पत्थर लगा।

नड्डा के साथ मौजूद पीटीआई के पत्रकार के अनुसार जब कुछ पत्रकार वाहनों से बाहर निकले तो उन्हें वापस धकेल दिया गया।

पुलिस ने आखिरकार प्रदर्शनकारियों को दौड़ाया और नड्डा बैठक स्थल पर पहुंचे।

नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में कहा, ‘‘आज मैंने जो देखा वह हैरान करने वाला और अभूतपूर्व है। पश्चिम बंगाल में पूरी तरह कानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है और असिहष्णुता उत्पन्न हो गई है। प्रशासन पूरी तरह विफल हो गया है और गुंडा राज की मौजूदगी है।’’

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें इसलिए चोट नहीं आई क्योंकि वह बुलेट प्रूफ कार में थे, लेकिन काफिले में शामिल अन्य लोग हमले की चपेट में आ गए।

उन्होंने कहा कि जब इस तरह की घटना भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ हो सकती है तो पार्टी के आम कार्यकर्ता की दशा की कल्पना आसानी से की जा सकती है।

नड्डा ने कहा, ‘‘यदि मैं यहां बैठक के लिए पहुंच गया हूं तो यह मां दुर्गा के आशीर्वाद की वजह से है…मैं कल्पना कर सकता हूं कि बंगाल में पार्टी के आम कार्यकर्ता के लिए कितनी कठिनाई होगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस सरकार के दिन अब गिनती के बचे हैं। हमें इस गुंडा राज को हराना है और हम हराएंगे।’’

भाजपा नेता ने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस के कुशासन में राज्य काफी निचले पायदान पर पहुंच गया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुकुल रॉय और कैलाश विजयवर्गीय आज हमले में घायल हो गए। यह लोकतंत्र के लिए शर्म की बात है। हमारे काफिले में एक भी ऐसी कार नहीं है जिस पर हमला न हुआ हो। पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था चरमराने की और असहिष्णुता की स्थिति को खत्म करना ही होगा।’’

नड्डा ने कहा, ‘‘इस गुंडा राज को जारी नहीं रहने दिया जा सकता। यह जंगलराज है। प्रशासन ध्वस्त हो गया है।’’

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के वाहन पर भी हमला हुआ। घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में ‘‘बंगाल सीरिया में तब्दील हो गया है।’’

नड्डा ने डायमंड हार्बर में निर्धारित अपना संवाददाता सम्मेलन रद्द कर दिया और फिर कोलकाता पहुंचकर मीडिया को संबोधित किया तथा कहा कि आज हुआ हमला ममता बनर्जी की ‘‘हताशा’’ को दिखाता है।

उन्होंने कोलकाता में कहा कि पश्चिम बंगाल में ‘‘कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह चरमरा गई है’’ क्योंकि प्रशासन ध्वस्त हो चुका है तथा ‘कट मनी’ संस्कृति आज की व्यवस्था बन चुकी है।

नड्डा ने मीडिया से कहा कि उनके काफिले पर हुआ हमला राज्य में ममता बनर्जी सरकार की ‘‘मानसिकता और हताशा’’ के बारे में काफी कुछ कहता है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘जब निर्वाचित सदस्य सुरक्षित नहीं हैं तो आम आदमी की क्या दशा होगी? बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह चरमरा गई है, प्रशासन ध्वस्त हो चुका है।’’

उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में बंगाल में ‘कट मनी’ आज की व्यवस्था बन चुका है।

भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि 2021 में अप्रैल-मई में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में ‘‘अराजक’’ तृणमूल कांग्रेस सरकार अपदस्थ हो जाएगी।

First Published on: December 10, 2020 10:19 PM
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