क्या आमिर खान के परफेक्शन के पीछे आस्कर के लिये चयनित फिल्मों की चुराई हुई कहानियां है?

आमिर खान को फिल्म जगत में मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम से भी जाना जाता है। अगर फिल्मों के चयन की बात हो तो लोग उनकी मिसाल देते है। लेकिन क्या आपको पता है की आमिर खान के करियर में लगभग दस फिल्में ऐसी है जो बाहर की फिल्मो से प्रेरित है और ये सभी फिल्में कोई ऐसी वैसे नहीं है - ये सभी या तो ऑस्कर अवार्ड जीत चुकी है या फिर उसके लिए नॉमिनेट हुई थी।

गजनी 

गजनी हिंदी फिल्म इतिहास की पहली ऐसी फिल्म थी जिसने 100 करोड़ का व्यापार बॉक्स ऑफिस पर किया था। लेकिन आमिर खान की इस फिल्म की कहानी ओरिजिनल नहीं थी। ये फिल्म हॉलीवुड फिल्मो के मशहूर निर्देशक क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म मेमेंटो से प्रेरित थी। मेमेंटो को 2002 के ऑस्कर में 2 केटेगरी में नामांकित किया गया था।

मन 

दिल और इश्क़ की अपार सफलता के बाद इंद्रा कुमार ने आमिर के साथ फिल्म मन से हिट फिल्मो की हैटट्रिक बनाने की सोची लेकिन मन बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुँह गिर गयी थी। मन की कहानी हॉलीवुड की हिट फिल्म ऐन अफेयर टू रिमेमबंर से प्रेरित थी। 1958 के ऑस्कर समारोह में इस फिल्म को 4 केटेगरी में नामांकित किया गया था।

रंग दे बसंती

बहुत लोगो को फिल्म रंग दे बसंती निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा के शानदार ट्रीटमेंट की वजह से पसंद आयी थी लेकिन इसकी वजह ये भी रही है की बहुत लोगो ने कैनेडियन फिल्म जीसस ऑफ़ मोंट्रियल नहीं देखी है। 1989 के ऑस्कर समारोह में ये फिल्म फॉरेन लैंग्वेज फिल्म केटेगरी में कनाडा की एंट्री थी। ये फिल्म उस साल इटालियन फिल्म सिनेमा पारडिसो से उस केटेगरी में हार गयी थी।

जो जीता वही सिकंदर

जो जीता वही सिकंदर को बनाने वाले थे आमिर खान के ममेरे भाई मंसूर खान। आमिर खान की इस फिल्म की कहानी भी ओरिजिनल नहीं है। हॉलीवुड की फिल्म ब्रेकिंग अवे से प्रेरित इस फिल्म को 1980 के ऑस्कर समारोह में पांच केटेगरी में नामांकित किया गया था। गौरतलब बात है की ब्रेकिंग अवे को एक ऑस्कर अवार्ड मिला था सर्वश्रेस्ठ लेखन की केटेगरी में। 

गुलाम 

गुलाम के निर्देशक थे विक्रम भट्ट और इस फिल्म की सफलता के बाद विक्रम भट्ट और रानी मुखर्जी के करियर ने एक अलग मोड़ ले लिया था। लेकिन इस फिल्म की कहानी भी हॉलीवुड की एक शानदार फिल्म आॅन द वाटरफ्रंट से प्रेरित थी। आमिर खान ने जो किरदार इस फिल्म में निभाया था ओरिजिनल फिल्म में वही किरदार वहा के सुपरस्टार मार्लोन ब्रांडो ने निभाया था। 1955 के ऑस्कर समारोह में इस फिल्म को 12 केटेगरी में नामांकित किया गया था और इसके हत्थे 8 अवार्ड लगे थे।

आतंक ही आतंक

आतंक ही आतंक हॉलीवुड की मशहूर फिल्म थे द गाॅड़फादर की एक बेहद ही भद्दी कॉपी थी। इस फिल्म में आमिर खान के साथ साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत भी थे। अब दर्शको ने इस फिल्म को क्यों नकार दिया इसके पीछे की एक बड़ी वजह आमिर खान का मेकअप भी हो सकता है।

दिल है की मानता नहीं

बॉलीवुड में ये ऐसा दूसरा मौका था जब हॉलीवुड की किसी फिल्म को दूसरी बार रीमेक किया जा रहा था। 1956 में रिलीज़ हुई नरगिस और राज कपूर की फिल्म चोरी चोरी का विषयवस्तु भी वही था। दोनी ही फिल्में फ्रैंक केपरा की फिल्म ईट हैपेंड वन नाईट से प्रेरित थी। ऑस्कर समारोह में इस फिल्म को पांच केटेगरी में नॉमिनेट किया गया था और सभी अवार्ड्स पर इस फिल्म ने कब्ज़ा किया था।

हम है राही प्यार के

दिल है की मानता नहीं के बाद फिल्म हम हैं राही प्यार के लिए महेश भट्ट ने एक बार फिर से आमिर को याद किया और इस बार भी कहानी के लिए हॉलीवुड की शरण में गए। इस फिल्म की कहानी 1958 में रिलीज़ हुई फिल्म हाउसबोट से प्रेरित थी। सोफिया लॉरेन अभीनीत ये फिल्म 1959 के ऑस्कर समारोह में 2 केटेगरी में नामांकित हुई थी।

अकेले हम अकेले तुम

अकेले हम अकेले तुम में एक बार फिर से आमिर खान और मंसूर खान की जोड़ी नज़र आयी लेकिन इस बार भी कहानी चोरी की थी। तलाक के बाद बच्चे की कस्टडी के मुद्दे को दिखाने वाली ये फिल्म हॉलीवुड की सुपरहिट फिल्म क्रेमर वर्सेज क्रेमर से प्रेरित थी। इस फिल्म में डस्टिन हॉफमैन और मेरिल स्ट्रीप मुख्य भूमिका में थे. 1980 के ऑस्कर समारोह में इस फिल्म ने 9 में से 5 केटेगरी में अपने हाथ साफ़ किये।

पीपली लाइव

भले ही आमिर खान ने इस फिल्म में अपनी अदाकारी ना दिखाई हो लेकिन वो इस फ़िल्म के निर्माता था। कम बजट में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाई थी लेकिन इसकी कहानी भी 1951 में रिलीज़ हुई फिल्म ऐस इन द होल से प्रेरित थी। हॉलीवुड के मशहूर निर्देशक बीली वाईल्डर की इस फिल्म को ऑस्कर के लिए एक केटेगरी में नामांकित किया गया था।

First Published on: May 22, 2020 7:07 AM
Exit mobile version