सोनचिडिया का निर्देशन किया था अभिषेक चौबे ने और इस फिल्म में सुशांत सिंह की टक्कर कुछ मंजे हुए रंगमंच की दुनिया से जुड़े हुए कलाकारों से थी। कहने की जरुरत नहीं की सुशांत ने अपने अभिनय की छंटा इस फिल्म में पूरी तरह से बिखेरी। चम्बल के बीहड़ इलाको में हुई इस फिल्म की शूटिंग सुशांत के करियर के बेहतरीन फिल्मों में से एक थी। ये बेहद अफ़सोस की बात थी की इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर कोई ख़ास सफलता नहीं मिली थी।
काई पो चे से सुशांत ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत की थी और पहली फिल्म से ही उन्होंने साबित कर दिया था की अभिनय के गुण उनके अंदर कूट कूट कर भरे हुए है। निर्देशक अभिषेक कपूर और सह-कलाकार अमित साध और राजकुमार राव के साथ इस चित्र में सुशांत मस्ती करते हुए देखे जा सकते है।
छिछोरे की कहानी फिल्म के निर्देशक नितेश तिवारी के आईआईटी मुंबई के दिनों की ही थी। इस फिल्म में एक बेहद ही संजीदा मेसेज छुपा हुआ था जो सुसाइड को लेकर था। जवानी से लेकर अधेड़ अवस्था तक की उम्र को फिल्म में सुशांत ने बड़े ही सुलझे तरीके से जिया।
राजकुमार हिरानी की फिल्म पी के में सुशांत का भले ही स्पेशल अपीयरेन्स था लेकिन फिल्म की कहानी में ये बेहद ही महत्वपूर्ण था। सुशांत के सभी सीन्स फिल्म में अनुष्का शर्मा के साथ थे और उनको बेल्जियम में फिल्माया गया था।
राबता से निर्माता दिनेश विजन ने निर्देशन की दुनिया में कदम रखा था और अपनी इस पहली फिल्म के लिए उन्होंने सुशांत और कृति सैनन पर विश्वास किया। भले ही फिल्म को लोगो ने नकार दिया था लेकिन इसके गाने और सुन्दर लोकेशन लोगो को अभी भी याद है। इस फिल्म की शूटिंग बुडापेस्ट में की गयी थी।
डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी सुशांत सिंह राजपूत ने उस वक़्त की थी जब वो यश राज फिल्म्स के इन हाउस टैलेंट हुआ करते थे। दिबाकर ने ब्योमकेश के रूप में उनको साइन करके बॉलीवुड में सभी को चौका दिया था लेकिन जब फिल्म रिलीज़ हुई तब लोगो को यही लगा की सुशांत से बेहतर इस रोल को और कोई नहीं कर सकता था।
धोनी सुशांत के करियर की मील का पत्थर फिल्म साबित हुई थी। इसी फिल्म से सुशांत सिंह ने 100 करोड़ क्लब में अपनी एंट्री भी की थी। विश्व कप विजेता कप्तान एम एस धोनी के जीवन पर आधारित इस फिल्म में धोनी के किरदार को सुशांत ने बड़े ही शानदार तरीके से पर्दे पर निभाया।