छोटी सी बात, रजनीगंधा, बातों बातों में, एक रुका हुआ फैसला जैसी सधी हुई फिल्में बनाने वाले मशहूर फिल्मकार बासु चटर्जी का निधन हो गया है। बासु चटर्जी 93 साल के थे और सांताक्रूज़ के क्रेमाटोरियम में उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर 2 बजे किया जायेगा।
इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन (आईएफडीटीए) के अध्यक्ष अशोक पंडित ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘उन्होंने सुबह के समय नींद में ही शांति से अंतिम सांस ली। वह उम्र संबंधी दिक्कतों के कारण पिछले कुछ समय से ठीक नहीं चल रहे थे और उनके आवास पर ही उनका निधन हुआ। यह फिल्म उद्योग के लिए भारी क्षति है।’’
70 के दशक में उन्होंने आम आदमी के किरदार को रुपहले परदे पर जीवंत किया था और उनकी फिल्मो को भरपूर सफलता मिली थी। 70 के दशक में मिडिल ऑफ़ द रोड सिनेमा का आग़ाज़ उनके और हृषिकेश मुखर्जी की फिल्मों के बदौलत ही हो पाया था। हिंदी सिनेमा के अलावा उन्होंने बंगाली सिनेमा के लिए भी काम किया था।
सत्तर और अस्सी के दशक में अगर उन्होंने अमोल पालेकर के साथ फिल्म बनाई तो दूसरी तरफ उन्होंने अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना और मिथुन चक्रवर्ती जैसे कमर्शियल सितारो कोभी निर्देशित किया।
फिल्मो के अलावा बासु चटर्जी ने टेलीविज़न के लिए भी काफी काम किया था। उनके द्वारा निर्देशित दो टीवी सीरियल रजनी और ब्योमकेश बक्शी को लोगो ने काफी पसंद किया था। 1992 में उनको फिल्म दुर्गा के लिए नेशनल अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था।