नई दिल्ली। यहां की पटियाला हाउस अदालत ने बॉलीवुड अदाकारा नोरा फतेही द्वारा अभिनेत्री जैकलीन फर्नाडीज के खिलाफ दायर मानहानि के मामले को 21 जनवरी को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है। पटियाला हाउस अदालत के मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (सीएमएम) ने मानहानि का यह मामला मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कपिल गुप्ता को सौंप दिया और उन्होंने इसे अगले महीने सुनवाई के लिए सूचीबद्ध कर लिया।
नोरा ने 12 दिसंबर को यहां की एक अदालत में जैकलीन के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि जैकलीन ने उनके खिलाफ ‘दुर्भावनापूर्ण कारणों’ और उनके करियर को नष्ट करने के लिए अपमानजनक आरोप लगाए।
नोरा के अनुसार, जैकलिन ने अपने हितों को आगे बढ़ाने और उनके करियर को नष्ट करने के लिए उन्हें आपराधिक रूप से बदनाम करने की कोशिश की, क्योंकि वे दोनों एक ही इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं और दोनों की समान पृष्ठभूमि है।
यह कहते हुए कि उनकी छवि को धूमिल किया जा रहा है, नोरा ने जोर देकर कहा कि कलाकारों का करियर पूरी तरह से उनकी प्रतिष्ठा पर आधारित है। उन्होंने आरोप लगाया कि जैकलीन ने उनका आर्थिक, सामाजिक और व्यक्तिगत पतन सुनिश्चित करने के लिए उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी।
उपलब्ध हुई शिकायत की प्रति में नोरा ने यह भी दावा किया है कि जैकलीन ने एक अन्य आपराधिक कार्रवाई से खुद को दूर करने का दुर्भावनापूर्वक प्रयास किया है।
नोरा ने अपने वकील वकील विक्रम चौहान के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई, जिसमें कहा गया है, “जैकलीन फर्नाडीज भी अभिनेत्री हैं और फिल्म उद्योग में काफी प्रसिद्ध हैं। उन्हें प्रवर्तन निदेशालय द्वारा सुकेश चंद्रशेखर के 200 करोड़ रुपये के मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में भी आरोपी बनाया गया है। उन्होंने दुर्भावनापूर्ण कारणों से नोरा फतेही पर मानहानिकारक आरोप लगाए गए। इसके अलावा, जैकलीन ने शिकायतकर्ता को आपराधिक रूप से बदनाम करने की मांग की, ताकि वह अपने हितों को आगे बढ़ा सकें और बॉलीवुड में नोरा के करियर को नष्ट कर सकें।”
नोरा ने आगे आरोप लगाया है कि जैकलीन ने उनके खिलाफ झूठा बयान दिया।
पेश की गई दलील में नोरा ने कहा है, “जैकलीन ने मुझे अनावश्यक रूप से इस मामले में घसीटा और बदनाम किया है, क्योंकि मैं और वह एक ही इंडस्ट्री में हैं। वह पूरी तरह से जानती हैं कि किसी भी कलाकार का व्यवसाय और उनका करियर पूरी तरह से उनकी प्रतिष्ठा पर आधारित है। यह स्पष्ट रूप से स्थापित करता है कि मुझ पर लांछन गलत इरादे से लगाया गया है और इस तरह के लांछन से शिकायतकर्ता की प्रतिष्ठा को नुकसान होगा।”
याचिका के मुताबिक, नोरा ने जैकलीन पर कुछ मीडिया प्लेटफर्मो पर भी उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाया था, ताकि उनकी प्रतिष्ठा को कम किया जा सके।
2 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नोरा से चंद्रशेखर के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की थी।
दोनों अभिनेत्रियों ने मामले में गवाह के तौर पर अपना बयान दर्ज कराया था।
इससे पहले, जैकलीन से संबंधित 7.2 करोड़ रुपये की फिक्स डिपोजिट ईडी ने कुर्क किया था और इसे अभिनेत्री को उपहारों से प्राप्त अपराध की आय करार दिया था।
पिछले साल फरवरी में ईडी ने चंद्रशेखर की सहयोगी पिंकी ईरानी के खिलाफ अपनी पहली पूरक अभियोजन शिकायत दर्ज की थी और कहा था कि पिंकी ने चंद्रशेखर को बॉलीवुड अभिनेत्रियों से मिलवाया था।
चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि पिंकी ईरानी जैकलीन के लिए महंगे उपहारों का चयन करती थी और बाद में चंद्रशेखर द्वारा भुगतान किए जाने के बाद अभिनेत्रियों को उनके घर पहुंचा देती थी।
ईडी ने पिछले साल दिसंबर में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश प्रवीण सिंह की अदालत के समक्ष इस मामले में पहली चार्जशीट दाखिल की थी।
चंद्रशेखर ने अलग-अलग मॉडलों और बॉलीवुड हस्तियों पर करीब 20 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। हालांकि, कुछ लोगों ने उससे उपहार लेने से इनकार कर दिया था।