मुंबई। दिग्गज अभिनेत्री मधु सचदेवा अगली बार महिलाओं के मासिक धर्म से जुड़े सामाजिक रूढ़िवाद पर आधारित फिल्म ‘मासूम सवाल’ में नजर आएंगी। अपनी भूमिका के बारे में बात करते हुए, मधु कहती हैं, “मैं ललिता देवी के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हूं जो परिवार की मुखिया है। मैं नियति (मुख्य किरदार) की दादी की भूमिका निभा रही हूं। वह परिवार में सभी के प्रति बहुत स्नेही है और विशेष रूप से अपनी पोती से प्यार करती है।”
“हालांकि, वह मासिक धर्म को लेकर एक रूढ़िवादी मानसिकता रखती है और प्राचीन काल से इससे जुड़े विभिन्न कलंक और नियमों में विश्वास करती है।”
वह आगे कहती है, “वह अपनी पोती को बचपन में अपने भाई के रूप में भगवान कृष्ण की एक मूर्ति देती है, लेकिन जब वह एक किशोरी के रूप में बड़ी हो जाती है, जिसे मासिक चक्र शुरू हो जाता है, तो दादी भगवान कृष्ण से नियति को दूर कर देती है और उस पर सख्त नियम लागू करती है।”
वह कहती हैं, “मुझे लगता है कि यह एक बहुत ही अछूता विषय है जिसके बारे में लोग खुलकर अपनी आवाज उठाने से हिचकिचाते हैं। हालांकि दादी अपनी रूढ़िवादी सोच में डूबी हुई हैं, नियति ऐसे मानदंडों और वर्जनाओं पर सवाल उठाती है। हमारे निर्देशक ने मासूम सवाल (मासूम सावाल) के जरिए जागरूकता फैलाने की कोशिश की।”
मधु ने निष्कर्ष निकालते हुए कहा, “यह स्थिति और लोगों के मासिक धर्म के बारे में सोचने के तरीके में बदलाव को बढ़ावा देगा।”
संतोष उपाध्याय द्वारा निर्देशित, कमलेश के मिश्रा द्वारा लिखित और नक्षत्र प्रोडक्शंस के रंजना उपाध्याय द्वारा निर्मित, इसमें नितांशी गोयल, एकावली खन्ना, शिशिर शर्मा, शशि वर्मा, रोहित तिवारी, वृंदा त्रिवेदी, रामजी बाली और अन्य भी हैं। यह फिल्म 5 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।