मनोज बाजपेयी बॉलीवुड के उन चुनिंदा कलाकारों में से है जिन्होंने सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद अपने विचार मीडिया के सामने रखे थे। एक फिल्म चैनल को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने कहा है की सुशांत की आत्महत्या के बाद लोगो में गुस्सा जायज़ है। उन्होंने आगे कहा की ये वही लोग है जिन्होंने सुशांत की फिल्में देखी थी और उनको हिट बनाने में एक बड़ा योगदान दिया था। उसके बाद अगर वही लोग सवाल पूछते है तो किसी की जवाबदेही बनती है।
गौरतलब है की मनोज बाजपेयी और सुशांत ने एक साथ निर्देशक अभिषेक चौबे की फिल्म सोनचिडिया में काम किया था जिसमे दोनों के अभिनय की लोगो ने भूरी भूरी सराहना की थी। मनोज के अनुसार लोगो को अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है की सुशांत हमारे बीच अब नहीं है। मनोज ने आगे ये भी कहा की जो भी लोग सुशांत के करीबी है उनके लिए उनको बेहद बुरा लग रहा है और वो उनके दुःख को भली भांति समझ सकते है।
मनोज ने नेपोटिस्म के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी और कहा की वो बीस सालों से इस बात को कहते आ रहे है की फिल्म जगत साधारण चीज़ो का जश्न मनाती है। मनोज ने ये भी कहा की ये सिर्फ फिल्म जगत तक ही सीमित नहीं है बल्कि पूरा देश मीडियोक्रीटी का जश्न मनाता है। मनोज ने अपने इंटरव्यू में ये भी कहा की कही न कही किसी चीज़ की कमी जरूर है और वो कमी हमारे विचारो की सोच या वैल्यू में हो सकती है। “जब भी हम किसी टैलेंट को देखते है हमारा पहला रिएक्शन यही होता है की उसे इग्नोर कर दिया जाए।”