कथक के सरताज बिरजू महाराज का 83 वर्ष की उम्र में निधन

भारत के प्रख्यात कलाकारों में से एक, कथक नर्तक बिरजू महाराज का 83 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।

नई दिल्ली। प्रख्यात कथक नर्तक बिरजू महाराज का सोमवार तड़के यहां अपने घर पर निधन हो गया। उनकी पोती ने यह जानकारी दी। महाराज जी के नाम से विख्यात, बिरजू महाराज अगले महीने 84 साल के होने वाले थे।

रागिनी महाराज ने बताया कि बिरजू महाराज के निधन के वक्त उनके आस-पास परिवार के लोग तथा उनके शिष्य मौजूद थे। वे रात के भोजन के बाद अंताक्षरी खेल रहे थे, इसी बीच उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। वहां उन्‍हें बचाने की काफी कोशिश की गई, लेकिन उन्हें बचाया ना जा सका।

भारत के प्रख्यात कलाकारों में से एक, कथक नर्तक गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे और ‘डायलिसिस’ पर थे। उनकी पोती ने बताया कि महाराज की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई। रागिनी महाराज ने कहा, ‘‘ हम उन्हें तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन हम उन्हें बचा नहीं पाए।’’

नेता और अभिनेताओं ने दी श्रद्धांजलि

पीएम मोदी ने बिरजु महाराज के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि, ‘भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!’

इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया कि, ‘कथक सम्राट, पद्म विभूषण पंडित बिरजू महाराज जी का निधन अत्यंत दुःखद है। उनका जाना कला जगत की अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।’

बृजमोहन महाराज उर्फ बिरजू महाराज कथक नर्तकों के महाराज परिवार के वंशज थे। उन्होंने अपने पिता और गुरु अचन महाराज और चाचा शंभू महाराज और लच्छू महाराज से प्रशिक्षण लिया। दिवंगत पंडित जसराज की बेटी, गायिका दुर्गा जसराज ने बिरजू महाराज के निधन को “भारतीय प्रदर्शन कला के लिए “भारी नुकसान” बताया।

First Published on: January 17, 2022 11:16 AM
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