
सुशांत के जीजा विशाल कीर्ति ने एक लम्बे ब्लॉग पोस्ट में सुशांत के थेरेपिस्ट को आड़े हाथों लिया है और उनके कई दावों को जवाब दिया है। विशाल कीर्ति ने अपने ब्लॉग में लिखा है की सुशांत से आखिरी मुलाकात उनकी जुलाई 2017 में हुई थी जब वो हिंदुस्तान आये थे। सुशांत और उनके बीच अच्छे सम्बन्ध थे और वो सुशांत को 1997 से जानते है जब वो एक ही स्कूल में पढ़ा करते थे। 2006 में अमेरिका जाने के बाद भी वो सुशांत के निरंतर संपर्क में थे।
उन्होंने अपने ब्लॉग में ये भी लिखा की वो एक फेमिनिस्ट है और रिया के खिलाफ एफआईआर ये कतई नहीं दर्शाता है की सुशांत का परिवार स्त्री जाती से द्वेष करता है। उन्होंने सुशांत के थेरेपिस्ट सुसन के दावों पर प्रश्न उठाया है और लिखा है की वो इस नतीजे पर दो महीने के अंदर कैसे पहुंच सकती है की सुशांत बाइपोलर था। किसी को बाइपोलर या मानसिक रूप से विकार बताने की प्रक्रिया काफी लम्बी होती है। कभी कभी ये प्रक्रिया 6 साल तक चलती है और सुसन ने ये सब कुछ दो महीने के अंदर पता कर लिया।
विशाल कीर्ति ने आगे ये भी लिखा है की वो सुशांत की इस तरह की मेडिकल रिपोर्ट को पब्लिक करने का साहस कैसे कर सकती है। उन्होंने आगे ये भी लिखा है की इलाज़ के लिए रिया ने उनसे संपर्क किया था ना की सुशांत ने। उनकी जानकारी के अनुसार अक्टूबर 2019 के पहले जो कोई भी सुशांत के साथ था उसने कभी भी सुशांत के मानसिक स्वस्थ्य की बात कभी नहीं की थी। विशाल ने ये भी कहा की रिया ने सुशांत के सेशन्स थेरेपिस्ट के साथ फिक्स किया था और इसके पीछे की चाल ये भी हो सकती है की वो सुशांत और थेरेपिस्ट की बातचीत पर अपने पैनी निगाह बना कर रखे। विशाल ने अपने ब्लॉग में लिखा है की मुमकिन है की मानसिक स्वस्थ्य की बात का प्रमाण अपने साथ रखे ताकि आगे चल कर वो सुशांत को ब्लैकमेल कर सके।
गौरतलब है की सुशांत की थेरेपिस्ट सुसन ने पत्रकार बरखा दत्त को दिए गए एक इंटरव्यू में सुशांत को लेकर इन बातो का खुलासा किया था।