नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के पिता की ओर से दायर एक याचिका पर अभिनेता की जिंदगी पर आधारित विभिन्न प्रस्तावित और आगामी फिल्मों के निर्माताओं को मंगलवार को नोटिस जारी किया।
याचिका में राजपूत के पिता कृष्ण किशोर सिंह ने फिल्मों में उनके बेटे के नाम या उससे मिलते जुलते पात्रों के इस्तेमाल पर रोक की मांग की है।
न्यायमूर्ति मनोज कुमार ओहरी ने फिल्म निर्माताओं को नोटिस जारी कर उनसे 24 मई तक याचिका पर जवाब मांगा है।
याचिका में कुछ आगामी और प्रस्तावित फिल्मों का जिक्र किया गया है जो राजपूत के जीवन पर आधारित हैं। इन फिल्मों के नाम हैं- ‘न्याय-दि जस्टिस’, ‘सुसाइड ऑर मर्डर: ए स्टार वॉज लॉस्ट’, ‘शशांक’ तथा एक अन्य अनाम फिल्म।
याचिका के मुताबिक ‘न्याय’ जून में रिलीज होने वाली है जबकि अन्य फिल्मों की शूटिंग शुरू हो चुकी है।
याचिका में कहा गया, ‘‘फिल्मकार हालात का फायदा उठा रहे हैं और अपने छिपे हुए मकसदों को पूरा करने के लिहाज से मौके को भुनाने का प्रयास कर रहे हैं।’’
इसमें कहा गया कि याचिकाकर्ता को आशंका है कि तरह-तरह की सामग्री प्रकाशित की जाएगी जिससे राजपूत और उनके परिवार की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच सकता है। इसमें राजपूत के परिवार की ‘‘प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने, मानसिक कष्ट देने तथा परेशान करने पर’’ फिल्म निर्माताओं से दो करोड़ रूपये से अधिक की क्षतिपूर्ति की मांग की गई है।
याचिका में कहा गया कि इससे मिलती जुलती यदि कोई ‘‘फिल्म, वेब श्रंखला, किताब या अन्य सामग्री’’ को प्रकाशित या प्रसारित होने की इजाजत दी जाती है तो इससे पीड़ित और मृतक का निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार प्रभावित होता है और पूर्वाग्रह की स्थिति बन सकती है।