अमरावती। तेलुगू रंगमंच और फिल्मों के जाने-माने अभिनेता जयप्रकाश रेड्डी का आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में स्थित अपने घर में मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वह 74 वर्ष के थे। उनके परिवार में पत्नी और एक बेटा है। वह मंगलवार सुबह स्नानगृह में अचेत होकर गिर पड़े और उनका निधन हो गया।
रेड्डी जेपी नाम से लोकप्रिय हैं। अभिनय की दुनिया में आने से पहले वह एक स्कूल में अध्यापक थे। अभिनय के प्रति उनका जुनून उन्हें रंगमंच की ओर ले गया और उन्होंने अनगिनत नाटकों में अलग-अलग किरदार निभाए।
इसके बाद तेलुगू फिल्म जगत का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया और कई फिल्मों में उन्होंने बेहतरीन भूमिकाएं अदा कीं। चाहे विलन का किरदार हो या कॉमेडियन की भूमिका, रेड्डी ने हर चरित्र में सहजता से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। विलन की भूमिका निभाने के दौरान तेलुगू भाषा के रायलसीमा लहजे की वजह से उन्हें अनूठी पहचान मिली।
रेड्डी ने 100 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया। इस दौरान उन्होंने चिरंजीवी, बालकृष्ण, नागर्जुन, वेंकेटेश, पवन कल्याण और महेश बाबू जैसे तेलुगू सिनेमा जगत के शीर्ष नामों के साथ काम किया। उन्होंने कन्नड़ और तमिल की कुछ फिल्मों में भी काम किया।उनकी आखिरी तेलुगू फिल्म ‘ सरिलेरू नीकेव्वरू’ थी, जिसके निर्माता अनिल सुनकार हैं। फिल्मों में काम करने के बावजूद रेड्डी ने कभी भी थिएटर को नहीं छोड़ा और वह नाटकों में भूमिकाएं निभाते रहे।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी, तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू, फिल्मी हस्तियों और अन्य ने अभिनेता के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने एक बयान में कहा, “जयप्रकाश ने संवाद अदायगी के अनोखे ढंग से फिल्म जगत में अपने लिए एक विशेष स्थान बनाया है। उनका निधन तेलुगू फिल्म उद्योग को बड़ी क्षति है। तेलुगू थिएटर ने एक पिता तुलय शख्स को खो दिया। मैं उनके परिवार के पति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।”