नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को कहा कि चीन में फंसे 23 भारतीय नाविक 14 जनवरी को वापस आएंगे।
मांडविया ने कहा कि मालवाहक पोत ‘एमवी जग आनंद’ जापान के चिबा की ओर यात्रा शुरू करनेवाला है।
बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग मंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘चीन में फंसे हमारे नाविक भारत आ रहे हैं। पोत ‘एमवी जग आनंद’ जिसपर चालक दल के 23 भारतीय सदस्य सवार हैं, चालक दल में बदलाव के लिए चिबा, जापान की ओर यात्रा शुरू करनेवाला है और ये 14 जनवरी को भारत पहुंचेंगे।’’
उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत नेतृत्व की वजह से ही संभव हो सका है।
मांडविया ने ‘‘नाविकों के प्रति ग्रेट ईस्टर्न शिपिंग कंपनी के मानवीय दृष्टिकोण और संकट की इस घड़ी में उनके साथ खड़े रहने’’ की सराहना भी की।
उन्होंने 30 दिसंबर 2020 को कहा था कि चीन में फंसे नाविकों को जल्द वापस लाया जाएगा क्योंकि पड़ोसी देश के साथ कूटनीतिक वार्ता जारी है।
भारतीय नाविकों वाले दो मालवाहक पोत कई महीने से चीनी जलक्षेत्र में खड़े हैं क्योंकि उन्हें माल उतारने की अनुमति नहीं दी गई, जबकि कुछ अन्य पोतों ने अपना माल उतार दिया था।
मांडविया ने मंत्रिमंडल की एक ब्रीफिंग के दौरान मुद्दे पर कहा था, ‘‘इसपर कूटनीतिक वार्ता जारी है। हमारे नाविक जल्द भारत आएंगे।’’
चीन ने 25 दिसंबर को कहा था कि चीनी बंदरगाहों पर फंसे भारतीय नाविकों के मामले का दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण रिश्तों से कोई संबंध नहीं है।
बीजिंग के इस बयान से कुछ दिन पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था कि दो मालवाहक पोत, जिनपर 39 भारतीय नाविक सवार हैं, चीनी जलक्षेत्र में खड़े हैं क्योंकि उन्हें माल उतारने की अनुमति नहीं दी गई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा था, ‘‘इस अभूतपूर्व स्थिति के चलते नाविकों में काफी तनाव है।’’
उन्होंने कहा था कि मालवाहक पोत ‘एमवी जग आनंद’ 13 जून से चीन के हेबेई प्रांत स्थित जिंगतांग बंदरगाह के पास खड़ा है जिसपर 23 भारतीय नाविक सवार हैं।
श्रीवास्तव ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा था कि एक अन्य पोत ‘एमवी अनस्तासिया’ 20 सितंबर से चीन के कोफीदियान बंदरगाह के पास खड़ा है, जिसपर 16 भारतीय नाविक सवार हैं।
उन्होंने कहा था, ‘‘बीजिंग स्थित हमारा दूतावास चीन की प्रांतीय और केंद्र सरकारों के अधिकारियों के लगातार संपर्क में है।’’