देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में रविवार को हिमखंड के टूटने से अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में अचानक आई विकराल बाढ़ के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि नदी के बहाव में कमी आई है जो राहत की बात है और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हादसे पर दुःख प्रकट किया है। उन्होंने ट्वीट किया कि जोशीमठ, उत्तराखंड के पास ग्लेशियर के फटने हुए विनाश से बहुत चिंतित हूं। लोगों की कुशलता के लिए प्रार्थना करता हूं। विश्वास है कि बचाव और राहत अभियान अच्छी तरह से आगे बढ़ रहे हैं।
Deeply worried about the glacier burst near Joshimath, Uttarakhand, that caused destruction in the region. Praying for well being and safety of people. Am confident that rescue and relief operations on ground are progressing well.
— President of India (@rashtrapatibhvn) February 7, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने की घटना पर राज्य में हालात बिगड़ने पर दुःख जताया। “उन्होंने ट्वीट किया कि गृह मंत्रालय मंत्रालय लगातार हालात पर नजर रखे है और राहत व बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ वहां मौजूद है।”
Am constantly monitoring the unfortunate situation in Uttarakhand. India stands with Uttarakhand and the nation prays for everyone’s safety there. Have been continuously speaking to senior authorities and getting updates on NDRF deployment, rescue work and relief operations.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 7, 2021
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया “उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा की सूचना के सम्बंध में मैंने मुख्यमंत्री @tsrawatbjp जी, DG ITBP व DG NDRF से बात की है। सभी सम्बंधित अधिकारी लोगों को सुरक्षित करने में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। NDRF की टीमें बचाव कार्य के लिए निकल गयी हैं। देवभूमि को हर सम्भव मदद दी जाएगी।”
NDRF की कुछ और टीमें दिल्ली से Airlift करके उत्तराखंड भेजी जा रही हैं। हम वहाँ की स्थिति को निरंतर मॉनिटर कर रहे हैं। https://t.co/BVFZJiHiWY
— Amit Shah (@AmitShah) February 7, 2021
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तराखंड के चमोली में हिमखंड टूटने के कारण अचानक आई बाढ़ की स्थिति पर दुख व्यक्त किया और कहा कि राज्य सरकार सभी पीड़ितों को तुरंत सहायता मुहैया कराये और कांग्रेस कार्यकर्ता भी राहत कार्य में हाथ बटाएं।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘चमोली में ग्लेशियर फटने से बाढ़ त्रासदी बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएँ उत्तराखंड की जनता के साथ हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार सभी पीड़ितों को तुरंत सहायता दे। कांग्रेस साथी भी राहत कार्य में हाथ बटाएँ।’’
चमोली में ग्लेशियर फटने से बाढ़ त्रासदी बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएँ उत्तराखंड की जनता के साथ हैं।
राज्य सरकार सभी पीड़ितों को तुरंत सहायता दें। कांग्रेस साथी भी राहत कार्य में हाथ बटाएँ।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 7, 2021
रावत ने ट्वीट किया, ‘‘राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है। नदी का जलस्तर सामान्य से अब एक मीटर ऊपर है लेकिन बहाव कम होता जा रहा है। राज्य के मुख्य सचिव, आपदा सचिव, पुलिस अधिकारी एवं मेरी समस्त टीम आपदा कंट्रोल रूम में स्थिति पर लगातार नज़र रख रही है।’’
राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है। नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है लेकिन बहाव कम होता जा रहा है। राज्य के मुख्य सचिव, आपदा सचिव, पुलिस अधिकारी एवं मेरी समस्त टीम आपदा कंट्रोल रूम में स्थिति पर लगातार नज़र रख रही है। pic.twitter.com/MoY3LX49rF
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
नदियों में आई बाढ़ के बाद गढ़वाल क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया गया है और चमोली जिले के निचले इलाकों में खतरा देखते हुए राज्य आपदा प्रतिवादन बल और जिला प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है। ग्लेशियर टूटने की घटना को लेकर गृह मंत्रालय भी हालात पर लगातार नजर रखे हुए है।
नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क से निकलने वाली ऋषिगंगा के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में टूटे हिमखंड से आई बाढ़ के कारण धौलगंगा घाटी और अलकनन्दा घाटी में नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है जिससे श्रृषिगंगा और धौली गंगा के संगम पर स्थित रैणी गांव के समीप स्थित एक निजी कम्पनी की श्रृषिगंगा बिजली परियोजना को भारी नुकसान पहुंचा है।
सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए अलर्ट रहने के निर्देश
उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न हुई परिस्थितियों के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश के संबंधित विभागों और अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए।
उत्तराखंड में बांध टूटने से उत्पन्न हुई परिस्थितियों के दृष्टिगत प्रदेश के सभी संबंधित विभागों व अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने तथा SDRF को राहत कार्यों हेतु तत्पर रहने को कहा है।
गंगा नदी के किनारे स्थित सभी जिलों के DM/SSP/SP को भी पूर्णतः सतर्क रहने हेतु निर्देशित किया है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 7, 2021
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार योगी ने कहा कि हर पहलू पर पूरी मुस्तैदी और नज़र रखी जाए। उन्होंने राज्य आपदा मोचन बल को भी मुस्तैद किए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने गंगा नदी के किनारे पड़ने वाले सभी जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को भी पूरी तरह सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
मायावती ने ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्य उत्तराखण्ड के चमोली जिले में एवलांच अर्थात हिमस्खलन के बाद निचले कई इलाकों में हुई भारी जान-माल की तबाही की खबर अति-दुःखद। केन्द्र इस आपदा से निपटने में राज्य सरकार की हर प्रकार की सहायता तत्काल सुनिश्चित करे।
उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्य उत्तराखण्ड के चमोली जिले में एवलांच अर्थात हिमस्खलन के बाद निचले कई इलाकों में हुई भारी जान-माल की तबाही की खबर अति-दुःखद। केन्द्र इस आपदा से निपटने में राज्य सरकार की हर प्रकार की सहायता तत्काल सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) February 7, 2021
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना पर दुःख जताया और ट्वीट किया कि उत्तराखंड में आई आपदा में जानमाल के नुकसान पर बुरी तरह से स्तब्ध और बहुत दुखी हूं। पीड़ित के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। आपदा में घायल लोगों के लिए त्वरित राहत और स्वस्थ होने की कामना।
Deeply shocked and very saddened at the loss of lives in the disaster that took place in Uttarakhand. My deepest condolences to the families of the deceased. Wishing a speedy and full recovery for those injured in the calamity.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) February 7, 2021
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि उत्तराखंड त्रासदी में जो लोग फंसे हुए हैं उनको बचाना व जो लापता हैं उनकी तत्काल खोज करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। उत्तराखंड में हम अपने सभी लोगों से अपील करते हैं कि वो आगे आकर प्रभावित लोगों की और राहत कार्यों में लगे बचाव दल की हर संभव मदद करें।
उत्तराखंड त्रासदी में जो लोग फँसे हुए हैं उनको बचाना व जो लापता हैं उनकी तत्काल खोज करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए।
उत्तराखंड में हम अपने सभी लोगों से अपील करते हैं कि वो आगे आकर प्रभावित लोगों की और राहत कार्यों में लगे बचाव दल की हर संभव मदद करें।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 7, 2021