अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर डेढ़ घंटे रही ACB, वापस लौटने से पहले दिया नोटिस

एसीबी की टीम पिछले डेढ़ घंटे से बिना किसी नोटिस या निर्देश के यहां बैठी थी। उनके पास ना तो कोई स्टाम्प थी और ना ही कोई पेपर, नोटिस या इंस्ट्रक्शन थी। जिस तरीके से उन्होंने ऊपर से इंस्ट्रक्शन ली, इसमें नोटिस मंगवाने में उन्हें डेढ़ घंटा समय लग गया। नोटिस भी बाहर से तैयार होकर आया।

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के घर पर शुक्रवार (7 फरवरी) को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम पहुंची। अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर एसीबी की टीम करीब डेढ़ घंटे तक रही और फिर वापस लौट गई। दिल्ली के पूर्व सीएम की लीगल टीम ने कहा कि एसीबी की टीम बिना किसी नोटिस के आई थी।

अरविंद केजरीवाल की लीगल टीम को एसीबी ने नोटिस दिया है। एसीबी की टीम ने आप के संयोजक से बयान दर्ज कराने को कहा है।आम आदमी पार्टी की ओर से उम्मीदवारों की खरीद-फरोख्त के लिए 15-15 करोड़ रुपये के ऑफर का आरोप लगाया गया था।

आम आदमी पार्टी लीगल सेल के अध्यक्ष संजीव नासियार ने कहा, “एसीबी की टीम पिछले डेढ़ घंटे से बिना किसी नोटिस या निर्देश के यहां बैठी थी। उनके पास ना तो कोई स्टाम्प थी और ना ही कोई पेपर, नोटिस या इंस्ट्रक्शन थी। जिस तरीके से उन्होंने ऊपर से इंस्ट्रक्शन ली, इसमें नोटिस मंगवाने में उन्हें डेढ़ घंटा समय लग गया। नोटिस भी बाहर से तैयार होकर आया।”

उन्होंने आगे कहा, ”एसीबी की टीम नोटिस देकर गई है। हम उसे स्टडी करके जवाब देंगे।” शिकायतकर्ता कौन है? इस सवाल पर नासियार ने कहा कि एसीबी की टीम ने बताया कि LG का पीएस शिकायतकर्ता है लेकिन उस नोटिस के अंदर इस तरह का कोई उल्लेख नहीं है। ना ही इसमें बीजेपी और ना ही एलजी के पीएस का जिक्र किया गया है। सिम्पल ये एक नोटिस है और इसे लीगल तरीके से तैयार नहीं किया गया है, उसका हम रिप्लाई करेंगे।

उधर, आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ACB में शिकायत दी है। संजय सिंह ने ACB को मोबाइल नंबर भी दिया। उन्होंने कहा, ”गुरुवार (06 फरवरी) को 12 बजकर 9 मिनट पर मुकेश अहलावत को फोन कॉल आई थी। मुकेश अहलावत को 15 करोड़ और मंत्री पद का लालच दिया गया। अन्य विधायकों और प्रत्याशियों को भी ऐसे लालच दिए गए।”

First Published on: फ़रवरी 7, 2025 7:08 अपराह्न
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