
नई दिल्ली। भीषण चक्रवाती तूफान अम्फन प्रचंड रूप में पश्चिम बंगाल के दीघा और बंगलादेश के हटिया द्वीप के बीच सुंदरबन के समीप बुधवार दोपहर दस्तक दे सकता है। साथ ही पूर्वी यूपी में इसका असर रहेगा, पश्चिम और मध्य यूपी में चक्रवात का असर नहीं रहने का अनुमान है। मिली जानकारी के अनुसार, पूर्वांचल में 20 मई की शाम या रात से इसका असर दिखना शुरू हो जाएगा। 21 मई और 22 मई को इसका प्रभाव ज्यादा देखा जा सकता है। 23 मई से मौसम सामान्य होने लगेगा।
मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि चक्रवाती तूफान ‘अम्फन’ के कारण 155-165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के चलने के साथ-साथ तेज बारिश होगी जिससे भारी नुकसान होने की आशंका है। मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 1999 में ओडिशा में आये चक्रवाती तूफान के बाद से ‘अम्फन’ सबसे तीव्र और खतरनाक चक्रवाती तूफान है।हम गंभीर स्थिति से निपट रहे हैं।विनाशकारी हवाओं से बड़े स्तर पर नुकसान होने की आशंका है।
अम्फन से उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में तीन दिनों 20, 21, 22 मई तक असर रहेगा। कई जिलों में भारी बारिश और तेज आंधी की संभावना है। साइक्लोन की स्थिति समय के साथ बदलती रहती है, जब ये तटीय इलाके को हिट करेगा, उसके बाद और सटीक पूर्वानुमान लगाया जा सकता है।19 मई की रात या 20 मई की सुबह तक इसके लैंडफॉल यानी तटों से टकराने की संभावना है।
यूपी मौसम विभाग निर्देशक जेपी गुप्ता के अनुसार, अभी साइक्लोन की जो सिचुएशन है, उसके हिसाब से उत्तर प्रदेश में भी इसका प्रभाव दिखेगा। साइक्लोन का प्रभाव 20 मई से दिखना शुरू होगा, पर यह पूरे प्रदेश में नहीं होगा। प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में इसका प्रभाव हो सकता है।
इन जिलों में होगा असर
अम्फन या अन्फन साइक्लोन से यूपी के संभावित प्रभावित जिले बलिया, देवरिया, गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर,चंदौली,सोनभद्र,वाराणसी,गाजीपुर,जौनपुर,आजमगढ़,अम्बेडकरनगर,बस्ती, संतकबीर नगर, सिद्धार्थनगर,बलरामपुर और श्रावस्ती हैं। इन जिलों में तेज हवाएं चलेंगी और जमकर बरसात होगी। 20 मई की शाम या रात से इसका असर दिखना शुरू हो जाएगा। 21 मई और 22 मई को इसका प्रभाव ज्यादा देखा जा सकता है। 23 मई से मौसम सामान्य होने लगेगा। पर जब तक साइक्लोन तटीय इलाके से टक्रा न जाए तब तक बहुत कुछ नहीं कहा जा सकता है। पर सावधानी बरतें। तूफान की आशंका के बीच गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिल जाएगी।