अमित शाह का यूपी दौरा: वाराणसी में यूपी फतह करने के लिए चुनावी रणनीति पर मंथन करेंगे

Satish Yadav Satish Yadav
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वाराणसी। उत्तर प्रदेश को पुनः फतह करने के लिए चुनावी रणनीति पर मंथन और उसे धार देने के लिए गृहमंत्री अमित शाह 12 नवंबर को वाराणसी पहुंच रहे हैं। वाराणसी के टीएफसी में भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के सभी 403 विधानसभा प्रभारियों, पार्टी के 98 संगठनात्मक जिला अध्यक्ष एवं जिला प्रभारियों की बैठक बुलाई है, जिसको केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं प्रदेश के चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान संबोधित करेंगे।

बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल और सभी क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय प्रभारी भी मौजूद रहेंगे। अमित शाह वाराणसी के दो दिन के दौरे पर दूसरे दिन गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग की ओर से आयोजित सम्मेलन का उद्घाटन भी करेंगे।

12 नवंबर को वाराणसी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश के सभी 403 विधानसभा प्रभारियों, पार्टी के 98 संगठनात्मक जिला अध्यक्ष एवं जिला प्रभारियों की बैठक है। बैठक दो सत्रों में होगी।

प्रथम सत्र को प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान सम्बोधित करेंगे और दूसरे एवं अंतिम सत्र को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह संबोधित करेंगे, जिसमे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौज़ूद रहेंगे। इस बैठक में प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान एवं छह सहप्रभारी, प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह के अलावा छह सह प्रभारी भी मौज़ूद रहेंगे। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल भी बैठक में मौजूद रहेंगे। बैठक में भाजपा के सभी छह क्षेत्रों के क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय प्रभारी भी मौज़ूद रहेंगे।

समापन सत्र में शाम करीब पांच बजे अमित शाह बैठक में शामिल होंगे और देर रात तक पार्टी पदाधिकारियों से फीडबैक लेंगे। सूत्रों की माने तो चुनाव प्रबंधन टीम अलग-अलग क्षेत्रों की रिपोर्ट तैयार करेगी और अमित शाह इसी आधार पर आगामी रणनीति पर चर्चा करेंगे।

सूत्रों के मुताबिक़ चुनाव प्रबंधन टीम की बैठक के बाद अमित शाह चुनाव प्रबंधन समिति के मुखिया व केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, महामंत्री संगठन सुनील बंसल, सह प्रभारी और क्षेत्रीय अध्यक्षों के साथ अलग से भी बैठक करेंगे। इसके साथ ही एक महत्वपूर्ण बैठक अमेठी कोठी में भी होगी। इसमें विधायकों के भाग्य का फैसला होने की संभावना है।