नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान की सही तरीके से तैयारी नहीं की गई और इसका क्रियान्वयन भी ‘ अयोग्यतापूर्वक ’ किया गया।
उन्होंने यह भी कहा कि ‘हमारे जवानों को जब चाहे तब शहीद होने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता।’
If there was no intelligence failure then a 1:1 death ratio means it was a poorly designed and incompetently executed operation.
Our Jawans are not cannon fodder to be martyred at will. pic.twitter.com/JDgVc03QvD
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 5, 2021
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर शनिवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बल के 22 जवान शहीद हो गए हैं तथा 31 अन्य जवान घायल हुए हैं।
राहुल गांधी ने सीआरपीएफ के महानिदेश कुलदीप सिंह के एक बयान से जुड़ी खबर का हवाला देते हुए कहा, ‘‘अगर खुफिया नाकामी नहीं थी तो फिर 1:1 के अनुपात में मौत का मतलब यह है कि इस अभियान की योजना को खराब ढंग से तैयार किया गया तथा अयोग्यतापूर्वक इसका क्रियान्वयन किया गया।’’
अधिकारियों ने बताया कि इस मुठभेड़ में शहीद हुए 22 जवानों में सीआरपीएफ के आठ जवान शामिल हैं, जिसमें से सात कोबरा कमांडो से जबकि एक जवान बस्तरिया बटालियन से है। शेष डीआरजी और विशेष कार्यबल के जवान हैं। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ के एक इंस्पेक्टर अब भी लापता हैं।