असम, मिजोरम के बीच अंतरराज्यीय सीमा पर शांति बनाए रखने पर बनी सहमति

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सिलचर/आइजोल। केन्द्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पूर्वोत्तर मामले के प्रभारी) सत्येन्द्र गर्ग के हस्तक्षेप के बाद पड़ोसी राज्यों असम और मिजोरम ने अंतरराज्यीय सीमा पर जिन क्षेत्रों में अशांति फैली है वहां शांति और सामान्य हालात बहाल करने के लिए बुधवार को बैठक की।

एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि बैठक में मिजोरम ने असम की सीमा से अपने बलों को हटाने पर सहमति जतायी, वहीं असम ने आवश्यक वस्तुओं को लेकर जाने वाले ट्रकों की आवाजाही फिर से शुरू करने का प्रयास करने का आश्वासन दिया। फिलहाल सभी ट्रक असम की सीमा पर फंसे हुए हैं।

आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि दोनों राज्यों के बीच सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखने, वहां लोगों को सुरक्षा प्रदान करने और उनके मन में सुरक्षा की भावना उत्पन्न करने को लेकर सहमति बनी।

गर्ग ने कहा कि केन्द्र, असम और मिजोरम की सरकारों के बीच उपयोगी बातचीत हुई और सभी ने बातचीत के जरिए समस्या का सौहार्द्रपूर्ण हल निकालने पर सहमति जतायी। प्रवक्ता ने कहा कि मिजोरम के गृह सचिव पी लालबियाकसांगी ने गर्ग और असम के गृह सचिव जी़ डी. त्रिपाठी के साथ बैठक के बाद बलों को हटाने की घोषणा की।

त्रिपाठी ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच यह बातचीत विवादित क्षेत्र में शांति और स्थिरता बहाल करने के लिए थी। इस बीच असम-मिजोरम सीमा मामले को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से फोन पर बात करके 17 सितंबर को अंतरराज्यीय सीमा पर हुई झड़प के बाद के हालात का जायजा लिया।

असम के मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि शाह ने तनाव कम करने के लिए असम सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी ली और कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने अंतरराज्यीय सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए कदम उठाए हैं। सोनोवाल ने केन्द्रीय मंत्री को उनकी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के साथ ही दोनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हुई चर्चा के बारे में जानकारी दी।