एसडीपीआई पर प्रतिबंध लगाना ही होगा: राजस्व मंत्री

राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा, एसडीपीआई के कई नेता पहले ही गिरफ्तार किये जा चुके हैं। इस संगठन का हिंसा में सीधे तौर पर शामिल होना एकदम स्पष्ट है।

बेंगलुरू। कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक ने शुकवार को कहा कि शहर में हाल ही में हुयी हिंसा में सीधे तौर पर शामिल रहने के बाद राज्य सरकार एसडीपीआई पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में कदम उठा रही है और इस संबंध में सभी जरूरी सूचना एकत्रित की जा रही है।

अशोक ने कहा, एसडीपीआई के कई नेता पहले ही गिरफ्तार किये जा चुके हैं। इस संगठन का हिंसा में सीधे तौर पर शामिल होना एकदम स्पष्ट है। मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि इस संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया (एसडीपीआई) पर प्रतिबंध लगाना ही होगा क्योंकि यह सांप्रदायिक हिंसा और हत्या में शामिल रहा है और इसने बेंगलुरू के लोगों को आतंकित करने का प्रयास किया।

मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि इस संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया (एसडीपीआई) पर प्रतिबंध लगाना ही होगा क्योंकि यह सांप्रदायिक हिंसा और हत्या में शामिल रहा है और इसने बेंगलुरू के लोगों को आतंकित करने का प्रयास किया।

उन्होंने कहा, ‘मैंने मुख्यमंत्री और गृह मंत्री से इस संबंध में आग्रह किया है। सरकार ने इस पर आगे का कदम उठाया है, गृह मंत्री इस संगठन के सांप्रदायिक दंगों एवं हमलों में शामिल रहने के बारे में सभी सूचनायें एकत्रित कर रहे हैं। गृह मंत्री बासवराज बोम्मई ने बृहस्पतिवार को कहा था कि राज्य की राजधानी के कुछ हिस्सों में भीड़ हिंसा के पीछे एसडीपीआई की भूमिका का पता चला है और इस बारे में और संगठन के संपर्कों के बारे में गहराई से जांच की जायेगी। 

उप मुख्यमंत्री सी एन अश्वत्थ नारायण ने भी कहा था कि सरकार एसडीपीआई को प्रतिबंधित करने के बारे में विचार कर रही है। यह टिप्पणी करते हुये कि बेंगलुरू हिंसा सांप्र​दायिक दंगा नहीं था, अशोक ने कहा कि यह दो समुदायों के बीच हुयी सांप्रदायिक हिंसा नहीं थी, बल्कि यह ‘पूर्व नियोजित कार्रवाई’ थी।

उन्होंने दावा किया, ‘यह घटना कांग्रेस विधायकों और स्थानीय पार्षदों के बीच हुयी लड़ाई का परिणाम है। यह कांग्रेस और एसडीपीआई के बीच की भी लड़ाई का परिणाम है। एक व्यक्ति पार्षद का चुनाव एसडीपीआई के टिकट पर लड़ा और चुनाव हार गया।’ एसडीपीआई के जिला सचिव मुजम्मिल पाशा को हिंसा के संबंध में गिरफ्तार किया गया है। पाशा बृहत बेंगलुरू महानगर पालिका का चुनाव लड़ा और हार गया।

First Published on: August 15, 2020 5:55 AM
Exit mobile version