Bharat Jodo Yatra : मेवाती बोले- पहले गांधी पर किया विश्वास, अब राहुल गांधी पर भरोसा


गांधीग्राम घासेड़ा में राहुल गांधी में आत्मविश्वास और उत्साह बढ़ता जा रहा है। वर्तमान सरकार की नीतियों पर प्रहार करने का एक भी मौका वह छोड़ना नहीं चाहते हैं।


प्रदीप सिंह प्रदीप सिंह
देश Updated On :

नई दिल्ली। भारत जोड़ो यात्रा के मेवात में पहुंचते ही यात्रा की रंगत बदल गयी। सड़कों के किनारे किसानों, युवाओं, मजदूरों औऱ महिलाओं का हुपजूम उमड़ पड़ा। हर कोई राहुल गांधी की एक झलक पाने को बेताब था। लोग राहुल गांधी से अपनी समस्याएं साझा करना चाह रहे थे। दिल्ली-अलवर राजमार्ग मानों जाम था। आमागमन ठप पड़ा था और लोगों का उत्साह सातवें आसमान पर था।

20 दिसंबर तक यात्रा राजस्थान में थी। 21 दिसंबर को राजस्थान के अलवर से हरियाणा के फिरोजपुर झिरका में भारत जोड़ो यात्रा ने प्रवेश किया और 23 दिसंबर तक मेवात क्षेत्र में यात्रा का हर कदम रोमांचक था। मेवात क्षेत्र ऐतिहासिक लेकिन विकास की आधुनिक परिभाषा में पिछड़ा हुआ है। इसका कारण मेवात का बागी तेवर है। मेवात क्षेत्र में राजस्थान का अलवर, भरतपुर, हरियाणा का नूंह, गुड़गाव, फरीदाबाद, पलवल, यूपी का बुलंदशहर और मथुरा के कुछ क्षेत्र आते हैं। मेव समुदाय के कारण इसका नाम मेवात पड़ा। मेव इस्लाम धर्म के मानने वाले है लेकिन अन्य मुसलमानों से ये सामाजिक-सांस्कृतिक रूप से काफी अलग हैं।

मेवात क्षेत्र मूलत: पिछड़ेपन का शिकार है। अभी तक यह जिला रेलमार्ग से नहीं जुड़ पाया है। क्षेत्र में शिक्षा-स्वास्थ्य की बारी समस्या है। मेव मुसलमानों की ज्यादा आबादी खेती-किसानी से जुड़ी है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि हम मुगलों से पहले भी भारत पहुंच गए थे और आज तक इसे अपना देश नहीं जिगर का टुकड़ा मानते हैं। हम मुगलों से लड़े और अंग्रेजों से भी। जिसके कारण हम हमेशा सत्ता की आंख के किरकिरी बने रहे। घासेड़ा गांव के रहने वाले इकबाल कहते हैं कि हसन खान मेवाती राणा सांगा के नेतृत्व में बाबर के विरूद्ध खानवा की लड़ाई में मारे गए।

1857 से लेकर आजादी की लड़ाई में यहां के सपूतों ने बड़ी कुर्बानियां दी हैं। देश बंटवारे के समय मेव मुसलमानों के पाकिस्तान पलायन करने की खबर पर महात्मा गांधी 19 दिसंबर, 1947 को घासेड़ा आए थे। मेव समुदाय से बात करके उन्होंने कहा कि अगर मेव समाज पाकिस्तान नहीं जाना चाहता तो उनकी रक्षा का दायित्व भारत सरकार और स्थानीय हिंदुओं का है।

घासेड़ा के निवासी और कांग्रेस कार्यकर्ता मोहम्मद ओसामा ने कहाकि, “हमारे पूर्वजों हर दौर में जालिम सत्ता के विरोधी रहे। इसीलिए मेवात विकास के नक्शे से गायब है।”

घासेड़ा गांव के ईसा खान कहते हैं कि देश जब आजाद हुआ तो हम लगभग 16 साल के थे। हर तरफ मारकाट मचा था। सारे मेव पाकिस्तान जा रहे ते। यह सुनकर गांधी हमारे गांव गासेड़ा आए। मेव समुदाय पाकिस्तान नहीं जाना चाह रहा था। गांधीजी जान-माल के हिफाजत का भरोसा दिया। तब से हम यहां बिना किसी डर के रह रहे हैं। पहले हमें गांधी पर बरोसा था आब राहुल गांधी पर है।

फिरजोपुर झिरका से लेकर नूंह, सोहना और बल्लभगढ़ में युवाओं और किसानों की भारी भीड़ देखने को मिली। राहुल गांधी को देखने-सुनने के लिए युवाओं की भारी भीड़ सड़कों पर उमड़ पड़ी। हर कोई राहुल गांधी की एक झलक पाना चाह रहा था। नूंह का घासेड़ा गांव ऐतिहासिक महत्व का है।

भारत जोड़ो यात्रा आज दिल्ली सीमा पर पहुंच गयी है। सुबह वह दिल्ली में प्रवेश कर जायेगी। यात्रा के बार्डर पर पहुंचने की खबर से दिल्ली की  सत्ता घबरा गयी है। मोदी सरकार कोरोना का अफवाह फैलाकर अब यात्रा को रोकने की कोशिश कर रही है। लेकिन राहुल गांधी ने कहा कि हम यात्रा जारी रखेंगे।

मीडिया द्वारा अघोषित वॉयकाट की स्थिति में भी यात्रा की गूंज दूर-दराज के गांवों तक पहुंच रही है। तभी तो इस कड़कड़ाती ठंड में सुबह 6 बजे से लेकर रात 8 बजे तक दिल्ली अलवर राजमार्ग पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। नूंह के ऐतिहासिक गांधी ग्राम घासेड़ा में राहुल गांधी ने कहा कि हम भारत जोड़ो यात्रा को नहीं रोके सकते। वे तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं हम देश को तोड़ने नहीं देंगे। संघ-भाजपा की सरकार चाहे जितनी कोशिश कर ले। लेकिन वे अपने मकसद में कामयाब नहीं होंगे। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि हम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने आए हैं। केवल हम नहीं आप सबको मोहब्बत की दुकान खोलना होगा।

गांधीग्राम घासेड़ा में राहुल गांधी में आत्मविश्वास और उत्साह बढ़ता जा रहा है। वर्तमान सरकार की नीतियों पर प्रहार करने का एक भी मौका वह छोड़ना नहीं चाहते हैं।

राहुल गांधी ने मोदी सरकार द्वारा मीडिया पर नियंत्रण करने पर चुटकी लेते हुए कहा कि, “मीडिया के साथियों आप लोग यहां आए हैं बहुत शुक्रिया! लेकिन आप लोग खबर नहीं चलाएंगे। आपकी गलती नहीं है। आपके ऊपर बैठे हुए लोगों को नियंत्रित किया जा रहा है।”

नूंह के गांधीग्राम में राहुल गांधी ने कहा कि मैं हर जगह पत्रकारों से बात करता हूं। लेकिन मोदीजी आठ सालों में याद नहीं आता कि कभी प्रेस कांफ्रेंस कर पत्रकारों से बात किया हो। वे सवालों से डरते हैं। पत्रकारों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि आप लोग मोदी जी प्रेस कांफ्रेस करने को क्यों नहीं बोलते।

राहुल गांधी ने मेवात के विकास से संदर्भ में बात करते हुए कहाकि मेवात के पिछड़ेपन का अब तक चाहे जो कारण रहा हो लेकिन मेरी सरकार आयेगी तो हम मेवात का विकास करेंगे। सड़कों, स्कूलों और अस्पतालों का निर्माण किया जायेगा। उन्होंने बड़ी साफगोई से कहा कि हम सरकार बनते ही तुरंत या रातोंरात कुछ नहीं कर सकते, लेकिन हम भरोसा दिलाते हैं कि अतीत में मेवात के साथ हुए भेद-भाव को दूर किया जायेगा। कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा लगभग 3570 किमी की दूरी तय करते हुए आज दिल्ली की सीमा पर पहुंच गई है।