
बिहार आज अपना 110वां स्थापना दिवस मना रहा है। बिहार राज्य को 22 मार्च 1912 को बंगाल की अध्यक्षता पद से अलग कर बनाया गया था। इस दिन को बिहार दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस वर्ष के आयोजन का विषय ‘जल जीवन हरियाली’ है। इस मौके पर तीन दिवसीय समारोह का आयोजन किया जाएगा। मेगा इवेंट में राज्य के कुल 18 विभाग और विभिन्न संगठन भाग ले रहे हैं। एक ड्रोन शो भी आयोजित किया जाएगा जिसमें 500 ड्रोन एक साथ उड़ान भरेंगे।
पिछले दो सालों से बिहार दिवस कोरोना की वजह से नहीं मनाया जा रहा था लेकिन इस बार बिहार सरकार धूमधाम से बिहार दिवस का आयोजन पटना के गांधी मैदान में कर रही है। इस बार बिहार दिवस के मौके पर देश के जाने माने कलाकार अगले तीन तक दिन गांधी मैदान में अपने कला का जौहर बिखेरेंगे।
बिहार दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई राजनेताओं ने शुभकामनाएं दी हैं।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बिहार दिवस या बिहार दिवस 2022 के अवसर पर बधाई दी। एक ट्वीट में, प्रधान मंत्री ने कामना की कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत में समृद्ध राज्य, विकास में नए कीर्तिमान स्थापित करे।
बिहार के सभी भाइयों और बहनों को बिहार दिवस की हार्दिक बधाई। मेरी कामना है कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से समृद्ध यह प्रदेश विकास के नए-नए कीर्तिमान स्थापित करता रहे।
— Narendra Modi (@narendramodi) March 22, 2022
बिहार दिवस पर प्रदेश के लोगों को बधाई! बिहार का एक गौरवशाली अतीत और समृद्व सांस्कृतिक विरासत है। यहां के कर्मठ व प्रतिभाशाली लोगों ने देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बिहार के राज्यपाल के रूप में यहां के लोगों का मुझे अत्यंत स्नेह मिला।इस विशेष अवसर पर मेरी शुभकामनाएं।
— President of India (@rashtrapatibhvn) March 22, 2022
बिहार दिवस पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। बिहार निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता रहे। एकता, भाईचारा, सामाजिक समरसता एवं सद्भाव के साथ हम सब मिलकर बिहार को प्रगति की ऊंचाइयों पर पहुंचाने और बिहार का गौरव बढ़ाने का संकल्प लें।#BiharDiwas #बिहार_दिवस
— Nitish Kumar (@NitishKumar) March 22, 2022
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी बिहार के स्थापना दिवस पर बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया, “प्राकृतिक संसाधनों से आच्छादित, आध्यात्मिकता और क्रांति की ऐतिहासिक भूमि, महान तपस्वियों की जन्मभूमि, उत्कृष्ट शिक्षा और समृद्ध संस्कृति से आच्छादित बिहार के स्थापना दिवस पर बिहारवासियों को हार्दिक बधाई। ईश्वर से प्रार्थना है कि बिहार स्पर्श करे विकास और समृद्धि का शिखर।”
प्राकृतिक संपदाओं से आच्छादित, अध्यात्म व क्रांति की ऐतिहासिक धरा, महान तपस्वियों की जन्मस्थली, उत्कृष्ट शिक्षा एवं समृद्ध संस्कृति की पुण्यधरा बिहार के स्थापना दिवस की बिहार वासियों को हार्दिक बधाई।
ईश्वर से कामना है कि बिहार विकास एवं समृद्धि के शिखर को स्पर्श करे।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) March 21, 2022
सीएम नीतीश कुमार ने सन् 2005 में जब बिहार में सत्ता की बागडोर संभाली तो उन्होंने 22 मार्च को बिहार दिवस मनाने की परंपरा शुरू की। इसका मुख्य मकसद राज्य की विशिष्टताओं की दुनियाभर में ब्रांडिंग तथा बिहारी होने पर गर्व करना है। बिहार दिवस समारोह की शुरुआत 2008 में श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में एक दिनी उत्सव के रूप में हुई। 2012 में बिहार का राज्य गीत तैयार हुआ- ‘मेरे भारत के कंठहार, तुमको शत-शत वंदन बिहार’..। कवि सत्यनारायण रचित इस गीत से इस बार भी बिहार दिवस समारोह आरंभ होगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गांधी मैदान में आज तीन दिवसीय बिहार दिवस समारोह का उद्घाटन करेंगे। समापन समारोह 24 मार्च को होगा। पूरे आयोजन में आमलोगों की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित होगी और उन सब के लिए नृत्य-संगीत व नाट्य प्रस्तुति के अतिरिक्त कई और रूचिकर सांगीतिक कार्यक्रम का भी इंतजाम किया गया है। बिहार दिवस पर मंगलवार को पटना में ही नहीं बल्कि पूरे राज्ये में कई कार्यक्रमों को आयोजन किया जाएगा।
बिहार दिवस समारोह आधिकारिक तौर पर वर्ष 2011 में शुरू हुआ था और तब से यह बिहार की भावना और तस्वीर को दर्शाते हुए उत्साह, उमंग और उत्सव से भरा एक राज्य उत्सव बन गया है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य पूर्वी भारतीय राज्य के गौरव को बहाल करना और राज्य के नागरिकों में बिहारी होने की भावना को उत्साहित करना है। उसके बाद, यह दिन सिर्फ एक उत्सव से कहीं अधिक है। बिहार दिवस की छुट्टी राज्य और केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र के सभी प्रमुख कार्यालयों और कंपनियों के साथ-साथ स्कूलों जैसे शैक्षणिक संस्थानों पर लागू होती है, छात्रों द्वारा भाग लेने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और कार्यों का आयोजन करके दिन मनाते हैं।