नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव-2024 की आहट अब स्पष्ट सुनाई देने लगी है। चुनाव की अधिसूचना फरवरी के आखिर या फिर मार्च के शुरुआती हफ्ते में जारी होने की संभावना है। इसे देखते हुए सत्तारूढ़ बीजेपी के साथ विपक्षी दल भी चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं। इन सबके बीच भजापा का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन दिल्ली में शुरू होने वाला है। अधिवेशन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे और पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी इस दौरान पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव में जीत का मंत्र भी देंगे। सूत्रों का दावा है कि इस अधिवेशन में दो प्रस्ताव भी पेश किए जाएंगे। बीजेपी ने लोकसभा चुनाव-2024 में 370 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।
BJP का राष्ट्रीय अधिवेशन शनिवार से शुरू होकर रविवार तक चलेगा। अधिवेशन में मुख्य तौर पर लोकसभा चुनाव-2024 की रणनीति पर मंथन होने की संभावना है। बीजेपी का राष्ट्रीय अधिवेशन ऐसे समय में दिल्ली में आयोजित होने जा रहा है, जब संसदीय चुनाव सिर पर हैं। भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन दोपहर बाद 3 बजे से शुरू होगा। इस अधिवेशन में अन्य मसलों पर विचार-विमर्श के साथ ही मोदी सरकार के कार्यकाल की उपब्धियों पर भी चर्चा होने की संभावना है। बीजेपी का राष्ट्रीय अधिवेशन दो दिनों तक चलेगा।
राम मंदिर पर प्रस्ताव- सूत्र
भाजपा का राष्ट्रीय अधिवेशन दिल्ली में शुरू हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि नेशनल मीट में दो प्रस्ताव पेश किए जा सकते हैं। पहला, राम मंदिर और दूसरा प्रस्ताव विकसित भारत: मोदी की गारंटी पर होगा। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी कई सभाओं में इन गारंटियों का उल्लेख कर चुके हैं। दूसरी तरफ, अयोध्या में राम मंदिर का औपचारिक उद्घाटन किया गया है। जनवरी महीने में एक भव्य कार्यक्रम में अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी।
राष्ट्रीय अधिवेशन से पहले पदाधिकारियों की बैठक
बीजेपी का राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू होने से पहले पार्टी के नेशनल लेवल के पदाधिकारियों और प्रवक्ताओं की महत्वपूर्ण बैठक शुरू हुई है। वहीं, पीएम मोदी प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम जाएंगे, जहां मोदी सरकार की विकास यात्रा पर प्रदर्शनी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी में पिछले 10 साल की विकास यात्रा को दिखाने की कोशिश की गई है। बता दें कि बीजेपी ने इस बार के लोकसभा चुनाव में एनडीए के लिए 400 सीटों का लक्ष्य रखा है, जबकि बीजेपी के लिए 370 सीटें लाने का टारगेट रखा गया है।