नई दिल्ली। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर राजनीतिक निशाना साधते हुए भाजपा ने कहा है कि देश की एकता को कमजोर करने की कोशिश करने वाले राहुल गांधी अब भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के दिग्गज नेता रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी की यात्रा पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी को अपनी यात्रा के दौरान देश के लोगों को यह बताना चाहिए कि उन्होंने स्वयं कितनी बार देश की एकता को कमजोर करने की कोशिश की है। प्रसाद ने आगे कहा कि उड़ी और बालाकोट की घटना में सेना की शहादत, सेना के शौर्य, सेना के बलिदान पर सवाल उठाकर और सबूत मांगकर राहुल गांधी ने देश की एकता को कमजोर करने की कोशिश की। राहुल गांधी ने देश की सामरिक सुरक्षा और सेना के त्याग को भी तोड़ने की कोशिश की, और आज ये देश जोड़ने की बात करते हैं।
राहुल गांधी की यात्रा को नाटक, छलावा और दिखावा बताते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के अपने पुराने समर्पित लोग, समर्पित नेता कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं। राहुल गांधी अपना घर अपनी पार्टी को नहीं जोड़ पा रहे हैं और देश जोड़ने की बात कर रहे हैं। जो अपने को अपनी पार्टी से भी नहीं जोड़ सके, वो भारत जोड़ने की यात्रा पर निकले हैं।
यात्रा का समर्थन करने वाले कांग्रेस नेताओं पर टिप्पणी करते हुए प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस में एक दरबारी गायन होता है कि राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाओ, फिर अध्यक्ष बनाओ..लेकिन राहुल कहते हैं कि मैं नहीं बनूंगा, बीच-बीच में वो विदेश यात्रा पर चले जाते हैं, वो अपनी ही पार्टी कांग्रेस से कितना जुड़े हैं ये सब जानते हैं। गुलाम नबी आजाद और पार्टी छोड़ने वाले अन्य नेताओं के बयान से कांग्रेस के हालात की जानकारी सबको हो गई है। उन्होंने रॉबर्ट वाड्रा के इस यात्रा में शामिल होने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जैसे लोग इससे जुड़ रहे हैं वहीं इस यात्रा को मखौल बनाएंगे।
भाजपा नेता ने इसे राहुल गांधी को फिर से लॉन्च करने और गांधी परिवार को बचाने की यात्रा करार देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में फंसे ऐसे नेता इस यात्रा के साथ खड़े हैं जिनके स्वयं के राजनीतिक अस्तित्व पर ही खतरा मंडरा रहा है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश को जोड़ने की बात कर रहे हैं और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजनीतिक तीर्थ यात्रा पर दिल्ली में है जबकि बिहार में आपराधिक घटनाएं चरम पर हैं, राज्य में खौफ का राज आ गया है। पूर्व कानून मंत्री अभी तक फरार है।
उन्होंने सवाल पूछा कि क्या नीतीश कुमार चंद्रशेखर, देवगौड़ा और गुजराल सरकार को गिराने वाले कांग्रेस और भ्रष्टाचार के मामले में फंसे नेताओं के कुनबे को जोड़ कर देश के सबसे लोकप्रिय और मजबूत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद देश आशा, विकास, ऊर्जा और बेहतर भविष्य के रास्ते पर आगे बढ़ गया है और अब देश इस तरह के अवसरवादी गठबंधन पर भरोसा करने को तैयार नहीं है।