नई दिल्ली। केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा के रूप में एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करने जा रही है। सबसे खास बात यह है कि पिछले 8 वर्षों के दौरान शायद पहली बार कांग्रेस इतने बड़े पैमाने पर मोदी सरकार को घेरने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान चलाने जा रही है और अभियान भी ऐसा जिसमें राहुल गांधी समेत कांग्रेस पार्टी के कई दिग्गज नेता शामिल होंगे लेकिन इसमें कांग्रेस की बजाय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा ही नजर आएगा।
तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होकर कांग्रेस की यह भारत जोड़ो यात्रा 12 राज्यों का सफर करते हुए जम्मू कश्मीर में जाकर समाप्त होगी। कन्याकुमारी से कश्मीर के बीच लगभग 3,500 किमी की यह यात्रा 150 दिन यानी 5 महीनों तक चलेगी। इस यात्रा के जरिए राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य नेता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधते नजर आएंगे, भाजपा सरकार की आलोचना करते नजर आएंगे और उनका निशाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ही होगी। जिस अंदाज में कांग्रेस ने इस यात्रा के लिए सिविल सोसायटी के लोगों को आमंत्रित किया है, आम लोगों को न्योता दिया है उससे यह साफ-साफ नजर आ रहा है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस और भाजपा के बीच तल्ख बयानबाजी देखने को मिल सकती है।
दरअसल, कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस आलाकमान यानी गांधी परिवार को राजनीतिक रूप से घेरने के लिए भाजपा के पास दो बड़े हथियार – भ्रष्टाचार और परिवारवाद है। भाजपा भले ही अन्य कई मुद्दों पर कांग्रेस को घेरने की कोशिश करे लेकिन उन सबका मूल आधार यही दो मुद्दे रहते हैं। हालांकि इन्ही दोनों मुद्दों को बार-बार उठाकर भाजपा अन्य कई क्षेत्रीय दलों के खिलाफ भी आवाज उठाती रहती है।
ऐसे में साफ जाहिर है कि कांग्रेस जितना ज्यादा सरकार के खिलाफ अभियान चलाएगी उतना ही ज्यादा उसे भ्रष्टाचार और परिवारवाद पर भाजपा के आरोपों का जवाब भी देना होगा और इसकी शुरूआत भाजपा ने शनिवार को अपने सबसे धारदार प्रवक्ताओं में शामिल संबित पात्रा को आगे करके कर दिया है।
शनिवार को नेशनल हेराल्ड के मसले पर जवाहर लाल नेहरू तक को घेरते हुए संबित पात्रा कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर कटाक्ष करते हुए इसे पहले हल्के-फुल्के अंदाज में भारत तोड़ो यात्रा बोलते नजर आए और बाद में उसे ठीक करते हुए कहा कि भारत को केवल वही जोड़ सकता है जो भ्रष्टाचार छोड़ सकता हो और कांग्रेस भ्रष्टाचार छोड़ नहीं सकती इसलिए वो भारत को जोड़ भी नहीं सकती।
पात्रा ने कांग्रेस को सोनिया गांधी और राहुल गांधी के जमानत पर बाहर होने की बात याद दिलाते हुए यह भी कहा कि यह भारत जोड़ो आंदोलन नहीं बल्कि गांधी परिवार बचाओ आंदोलन है। शनिवार को कांग्रेस पर निशाना साधने के लिए भाजपा ने कांग्रेस के ही दिग्गज नेता रह चुके उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रभानु गुप्ता की जीवनी का सहारा लेते हुए यह तक आरोप लगा दिया कि नेशनल हेराल्ड का मामला नया नहीं है बल्कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जमाने से ही इस मामले में भ्रष्टाचार जारी है और उन्ही के जमाने से कांग्रेस गलत तरीके से अपने फंड को इस अखबार को ट्रांसफर करती रही है जिस अखबार का एकमात्र उद्देश्य नेहरू-गांधी परिवार का गुणगान करना और उनके विरोधियों के खिलाफ अभियान चलाना रहा है।
भाजपा का तर्क बिल्कुल स्पष्ट है कि विरोधी राजनीतिक दलों को अपने आंदोलन चलाने या सरकार का विरोध करने का पूरा अधिकार है लेकिन पहले राहुल गांधी को सामने आकर इन आरोपों का जवाब तो देना ही चाहिए। भाजपा के तेवर से यह बिल्कुल साफ नजर आ रहा है कि आने वाले दिनों में भी भाजपा के दिग्गज नेता, प्रवक्ता यहां तक कि केंद्रीय मंत्री भी अलग-अलग मंचों से गांधी परिवार को घेरते नजर आएंगे और नेशनल हेराल्ड जैसे कई मुद्दों पर उनसे जवाब भी देने की मांग करेंगे।