उपचुनावः 11 राज्यों के 59 सीटों में से 40 पर बीजेपी की शानदार बढ़त


इस चुनावी जंग में पार्टियों का बहुत कुछ दांव पर लगा हुआ है, खासतौर पर मध्यप्रदेश में जहां शिवराज सिंह चौहान नीत भाजपा सरकार का अस्तित्व इन नतीजों पर निर्भर करेगा।


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भोपाल/लखनऊ/अहमदाबाद। भाजपा ने 11 राज्यों की 59 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए मंगलवार को शुरू हुई मतगणना में बढ़त बना ली है। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक पार्टी 40 से अधिक सीटों पर आगे चल रही है, जिनमें से मध्यप्रदेश की 28 सीटों में से 21 सीटें भी शामिल हैं।

केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा गुजरात की सभी आठ सीटों के लिए हुए उपचुनाव में आगे चल रही है जबकि सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश की सात विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा छह सीटों पर आगे है।

अधिकारियों ने बताया कि इन सीटों पर तीन नवंबर को मतदान हुआ था और मंगलवार सुबह आठ बजे कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना शुरू हुई। उन्होंने बताया कि मतगणना स्थल पर लोगों की संख्या सीमित की गई है और कड़ाई से सामाजिक दूरी का अनुपालन कराया जा रहा है।

मणिपुर की पांच सीटों, हरियाणा-तेलंगाना और छत्तीसगढ़ की एक-एक सीट, झारखंड-कर्नाटक-नगालैंड और ओडिशा की दो-दो सीटों पर संपन्न उपचुनाव के लिए भी मतगणना जारी है।

मध्यप्रदेश

इस चुनावी जंग में पार्टियों का बहुत कुछ दांव पर लगा हुआ है, खासतौर पर मध्यप्रदेश में जहां शिवराज सिंह चौहान नीत भाजपा सरकार का अस्तित्व इन नतीजों पर निर्भर करेगा।

राज्य में 28 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव कराया गया है। चुनाव आयोग द्वारा जारी रूझानों के मुताबिक इनमें से 21 सीटों पर भाजपा, छह पर कांग्रेस और एक सीट पर बसपा आगे चल रही है।

राज्य में पहली बार एक साथ इतनी सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। इस उप चुनाव के बाद विधानसभा सदस्यों की प्रभावी संख्या 229 हो जाएगी जबकि भाजपा के इस समय 107 विधायक हैं और उसे अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए कम से कम आठ सीटों पर जीत दर्ज करनी होगी।

अपने समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए यह अहम चुनाव है क्योंकि उनके पाला बदलने से कमलनाथ नीत कांग्रेस सरकार सत्ता से बाहर हो गई थी। इन सीटों पर भाजपा की 300 (डबरा) से लेकर 17,000(बदनावर) मतों की बढ़त है।

गुजरात

गुजरात में आठ विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए हो रही मतगणना के रूझानों के मुताबिक भाजपा सभी सीटों पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस पिछड़ती नजर आ रही है।

गुजरात विधानसभा की आठ सीटों -अबडासा (कच्छ), लिंबडी (सुरेंद्रनगर), मोरबी (मोरबी जिला), धारी (अमरेली), गढ़दा (बोटाद), करजन (वडोदरा), डांग (डांग जिला) और कपराडा (वलसाड)-के लिए तीन नवंबर को हुए उपचुनाव में 60.75 प्रतिशत मतदान हुआ था।

उत्तर प्रदेश

राज्य विधानसभा की सात सीटों के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा छह पर जबकि समाजवादी पार्टी एक सीट पर आगे है।

नौगांव सादात, टूंडला, बांगरमउ, बुलंदशहर, देवरिया, घाटमपुर और मल्हनी विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के लिए कुल 88 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें से मल्हनी को छोड़ बाकी सीटों पर भाजपा का कब्जा था। मल्हनी पर समाजवादी पार्टी जीती थी।

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को भाजपा पर धांधली में शामिल होने का आरोप लगाया था।

मणिपुर

चुनाव आयोग के रूझानों के मुताबिक मणिपुर में सत्तारूढ़ भाजपा ने दो सीटों पर जीत दर्ज कर ली है जबकि दो अन्य पर आगे चल रही है। वहीं एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी बढ़त बनाए हुए है। यहां की चार सीटों पर विधायकों के कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने की वजह से उपचुनाव अनिवार्य हो गया था।

कर्नाटक

भाजपा यहां की दोनों सीटों पर उपचुनाव में बढ़त बनाए हुए है। हालांकि, इन उपचुनावों के नतीजों से मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा नीत भाजपा सरकार की स्थिरता पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इन नतीजों को कई धड़ों में सरकार के प्रदर्शन के तौर पर देखा जाएगा, खासतौर पर महामारी के संदर्भ में।

कर्नाटक विधानसभा की जिन दो सीटों पर उपचुनाव हुआ है, उनमें से एक-एक सीट कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) के पास थी। सिरा सीट पर यहां से निर्वाचित जद (एस) के विधायक बी सत्यनरायण का अगस्त महीने में निधन होने और आरआर नगर में तत्कालीन कांग्रेस विधायक एन मुणिरत्ना के दल-बदल कानून के तहत अयोग्य ठहराए जाने की वजह से उपचुनाव कराया गया है।

झारखंड

झारखंड में दो सीटों पर हुए उपचुनाव के तहत पहले आठ चरण की मतगणना के बाद बेरमो में कांग्रेस के अनूप सिंह और दुमका में भाजपा की लुइस मरांडी बढ़त बनाए हुए हैं। मरांडी के खिलाफ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन मैदान में हैं।

ओडिशा

ओडिशा में बालासोर और तीर्तोल विधानसभा सीटों पर राज्य में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के उम्मीदवार भाजपा के अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे चल रहे हैं। हालांकि, भाजपा के राज्य महासचिव पृथ्वीराज हरिचंदन ने दावा किया कि मतदाता सत्तारूढ़ पार्टी से उब चुके हैं और दोनों सीटों पर उनकी पार्टी को जीत मिलेगी। वहीं बीजद नेता डीपी मिश्रा ने कहा कि मतदाता अपने इलाके में तीव्र विकास चाहते हैं।

छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ की मरवाही विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए हो रही मतगणना में सत्ताधारी दल कांग्रेस आगे है। यह सीट जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन से खाली हुई थी।

नगालैंड

कोहिमा जिले की सदर्न अंगामी-1 और किफिरे जिले की पुंगरो किफिरे सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। दोनों सीटें विधायक विखो-ओ-योशु और टी टोरेछू के निधन की वजह से खाली हुई थी।

तेलंगाना

तेलंगाना की दुब्बाक सीट से भाजपा आगे है। इस सीट पर सत्तारूढ़ टीआरएस और विपक्षी कांग्रेस व भाजपा का त्रिकोणीय मुकाबला है।

इस सीट से निर्वाचित हुए टीआरएस के विधायक सोलीपेटा रामालिंगा रेड्डी का अगस्त में निधन होने की वजह से तीन नवंबर को यहां मतदान कराया गया। टीआरएस ने इस सीट से रामालिंगा रेड्डी की पत्नी सुजाता को प्रत्याशी बनाया है।

हरियाणा

हरियाणा की एकमात्र सीट बरोदा पर हुए चुनाव में कांग्रेस की इंदु राज नरवाल आगे चल रही हैं। यह सीट कृष्ण हुड्डा के निधन की वजह से खाली हुई थी जो वर्ष 2009, 201 और 2019 में यहां से निर्वाचित हुए थे। नरवाल का भाजपा के प्रत्याशी और ओलंपिक में कुश्ती के पदक विजेता योगेश्वर दत्त से मुकाबला है।