कानपुर/अलीगढ़। पुलिस ने ईद के मौके पर सड़कों पर नमाज अदा करने के मामले में कानपुर और अलीगढ़ के अलग-अलग थानों में सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। कानपुर में ईद-उल-फितर के मौके पर बड़ी ईदगाह, बेनाझाबर, जाजमऊ और बाबूपुरवा में सड़क पर नमाज अदा करने के आरोप में पुलिस ने 1700 लोगों के खिलाफ तीन प्राथमिकी दर्ज की है.
बेनाझाबर में 1500 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसी तरह जाजमऊ में 200 से 300 और बाबूपुरवा में 30 से 40 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोपियों में ईदगाह प्रबंध समितियों के सदस्य भी शामिल हैं।
कानपुर के बाबूपुरवा में प्राथमिकी दर्ज कराने वाले सब-इंस्पेक्टर बृजेश कुमार ने कहा कि शांति समिति की बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया था कि ईदगाह के अंदर ही नमाज अदा की जाएगी और जो लोग भीड़ के कारण नमाज नहीं अदा कर सके, वे दूसरी पाली में नमाज अदा करेंगे।
इसी तरह बजरिया पुलिस में दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि निषेधाज्ञा के बावजूद सैकड़ों लोगों ने सड़कों पर ईद की नमाज में शामिल हुए।पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोकने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने।
कानपुर के पुलिस उपायुक्त मध्य प्रमोद कुमार ने कहा कि पुलिस सीसीटीवी और ड्रोन फुटेज की जांच कर रही है।
अलीगढ़ में अलविदा नमाज और ईद-उल-फितर के दिन सड़क पर नमाज अदा करने पर अज्ञात लोगों के खिलाफ दो अलग-अलग थानों में दो मामले दर्ज किये गये हैं।
21 व 22 अप्रैल को अलीगढ शहर के खटिकान चौराहा को सब्जी मंडी चौराहा और चरखवालान चौराहा को मरघटवाले रोड से जोड़ने वाली सड़कों पर लोगों ने नमाज अदा की।
इस संबंध में कोतवाली नगर व दिल्ली गेट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
अलीगढ़ के पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह गुणावत ने कहा, जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा अलीगढ़ में व्यापक व्यवस्था की गई थी। धार्मिक नेताओं और शांति समिति के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें की गईं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ईद पर सड़कों पर नमाज अदा न की जाए। इस तरह की जानकारी मीडिया के माध्यम से भी प्रसारित की गई। इसके बावजूद सड़क पर नमाज अदा की गई।
पुलिस अधिकारी अब निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने वालों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा कर रहे हैं।