नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने बुधवार को आरोप लगाया कि मुस्लिमों के बाद अब हिंदुत्व ब्रिगेड का नया निशाना ईसाई हैं। उन्होंने मिशनरीज ऑफ चैरिटी के एफसीआरए पंजीकरण को नवीनीकृत करने से सरकार के इनकार का हवाला देते हुए यह बात कही।
गोवा के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ चुनाव पर्यवेक्षक, चिदंबरम ने यह भी दावा किया कि मुख्यधारा की मीडिया ने मिशनरीज ऑफ चैरिटी (एमओसी) से संबंधित गृह मंत्रालय की कार्रवाई की खबर को अपने पृष्ठों से हटा दिया। उन्होंने कहा कि यह “दुखद और शर्मनाक” है।
चिदंबरम ने ट्विटर पर कहा, “मिशनरीज ऑफ चैरिटी (एमओसी) के नवीनीकरण की अस्वीकृति भारत के ‘गरीब और वंचित वर्गों’ के लिए जनसेवा कर रहे गैर सरकारी संगठनों पर सीधा हमला है।
Did you notice that the mainstream media has banished the story of MHA-FCRA-Missionaries of Charity from its pages?
Sad and shameful!
The rejection of renewal to MoC is a direct attack on NGOs who are doing yeoman service for the ‘poor and wretched’ of India.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) December 29, 2021
In the case of MoC, it reveals bias and prejudice against Christian charity work.
After Muslims, Christians are the new target of the Hindutva brigade.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) December 29, 2021