देहरादून। अगले माह की शुरूआत में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को मंदिर परिसर में पहुंच कर वहां चल रहे निर्माण कार्यों एवं आगामी यात्रा से संबंधित तैयारियों का जायजा लिया ।
मुख्यमंत्री ने रूद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम में पूर्ण हो चुके सरस्वती आस्था पथ का निरीक्षण किया और निर्माणाधीन मंदाकिनी आस्था पथ को जल्द से जल्द पूरा करने की हिदायत दी। उन्होंने केदारनाथ परिसर के आसपास पहाड़ी शैली में बनाए जा रहे भवनों के निर्माण कार्यों की जानकारी भी ली।
परिसर का भ्रमण करते हुए धामी ने केदार घाटी के निर्माण में अहम योगदान दे रहे श्रमिकों का हालचाल जाना एवं उनकी समस्याओं को जानकर उन्हें दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रमिकों को उनके कार्य के लिए धन्यवाद भी किया। इस समय केदारनाथ में करीब 700 मजदूर निर्माण कार्य में लगे हैं ।
धामी ने मंदिर परिसर के आसपास मुख्य मार्ग में अस्त-व्यस्त पड़े मलबे तथा निर्माण सामग्री को हटाए जाने के निर्देश देते हुए बर्फ पिघलने के साथ ही निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ तेजी लाने को कहा।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने मुख्यमंत्री को बताया कि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश द्वार बनाया जाएगा तथा बरसात के दौरान पानी की निकासी के लिए उचित व्यवस्था विकसित की जाएगी और केदारघाटी में ‘ब्रह्म कमल वाटर पार्क’ का निर्माण किया जाएगा ।
धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वप्न के अनुसार, केदारपुरी के निर्माण पर जोर देते हुए मंदाकिनी एवं सरस्वती नदी के किनारे सुरक्षा दीवार के साथ रेलिंग भी लगाए जाने का निर्देश दिया तथा वासुकी ताल ट्रैक को विकसित करने के लिए शीघ्र कार्य शुरू करने को कहा।
उच्च गढ़वाल हिमालय में 11,750 फुट की उंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम के कपाट छह मई को प्रात: 06:25 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे ।
हालांकि, चारधाम यात्रा की शुरूआत तीन मई को अक्षय तृतीया के पर्व पर उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने के साथ ही हो जाएगी । बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को खुलेंगे ।