कांग्रेस नेता कैप्टन सतीश शर्मा का निधन, शुक्रवार को दिल्ली में होगा अंतिम संस्कार

आंध्र प्रदेश के सिकंदराबाद में 11 अक्टूबर, 1947 को जन्मे शर्मा एक पेशेवर वाणिज्यिक पायलट थे। रायबरेली और अमेठी निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व कर चुके शर्मा तीन बार लोकसभा सदस्य चुने गए थे। वह तीन बार राज्यसभा सदस्य भी बने और उन्होंने मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया।

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कैप्टन सतीश शर्मा का बुधवार को गोवा में निधन हो गया। वह 73 वर्ष के थे। शर्मा कैंसर से पीड़ित थे और पिछले कुछ समय से बीमार थे।

शर्मा के बेटे समीर ने  कहा, ‘‘उनका गोवा में रात आठ बजकर 16 मिनट पर निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली में किया जाएगा। उनका पार्थिव शरीर गोवा से दिल्ली लाया जा रहा है।’’

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के निकट सहयोगी रहे शर्मा नरसिम्हा राव सरकार में 1993 से 1996 तक केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री रहे।

आंध्र प्रदेश के सिकंदराबाद में 11 अक्टूबर, 1947 को जन्मे शर्मा एक पेशेवर वाणिज्यिक पायलट थे। रायबरेली और अमेठी निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व कर चुके शर्मा तीन बार लोकसभा सदस्य चुने गए थे। वह तीन बार राज्यसभा सदस्य भी बने और उन्होंने मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया।

वह पहली बार जून 1986 में राज्यसभा सदस्य बने और बाद में राजीव गांधी के निधन के बाद 1991 में अमेठी से लोकसभा सदस्य चुने गए। इसके बाद वह जुलाई 2004 से 2016 तक राज्यसभा सदस्य रहे। शर्मा के परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा एवं एक बेटी है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणजीप सुरजेवाला ने शर्मा के परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘‘पूर्व केंद्रीय मंत्री कैप्टन सतीश शर्मा के निधन से बेहद दु:खी हूं। कैप्टन शर्मा समर्पण और वफादारी की प्रतिमूर्ति थे। मैं उनके परिवार एवं मित्रों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।’’

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने  सतीश शर्मा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को इस असह्य दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि उनके निधन से कांग्रेस पार्टी को अपूर्णीय क्षति हुई है जिसकी भरपाई निकट भविष्य में संभव नहीं है।

First Published on: February 18, 2021 8:18 AM
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