पीएम-केयर्स फंड पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उठाए सवाल

कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ाई के लिए बनाए गए नए ट्रस्ट 'पीएम-केयर' पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रधानमंत्री राहत कोष होने के बाद भी इस प्रकार के ट्रस्ट बनाने पर बीजेपी से कई सवाल किये हैं। कांग्रेस के अलावा वरिष्ठ इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने भी इस ट्रस्ट को लेकर सवाल उठाएं हैं।

कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ाई के लिए बनाए गए नए ट्रस्ट ‘पीएम-केयर’ पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रधानमंत्री  राहत कोष होने के बाद भी इस प्रकार के ट्रस्ट बनाने पर बीजेपी से कई सवाल किये हैं। कांग्रेस के अलावा वरिष्ठ इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने  भी इस ट्रस्ट को लेकर सवाल उठाएं हैं।
 कांग्रेस सासंद शशि थरूर ने पूछा है कि प्रधानमंत्री की कैची शब्दावली को लेकर ख़ास दिलचस्पी को देखते हुए सीधे तौर पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष या पीएमएनआरएफ़ का नाम बदलकर पीएम-केयर किया जा सकता था। लेकिन एक नए ट्रस्ट की शुरुआत की गई है जिसके नियमों और ख़र्चों को लेकर किसी तरह की स्पष्टता नहीं है। जाने-माने इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने इसे राष्ट्रीय आपदा के समय भी एक व्यक्ति विशेष की लहर बनाने की कोशिश जैसा बताया है और कहा है कि इस असाधारण क़दम के लिए आपको जनता को जवाब देना चाहिए।
वहीं साकते गोखले ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री राहत कोष में अभी भी 3800 करोड़ रुपये मौजूद हैं और उन्होंने आरटीआई के ज़रिये प्रधानमंत्री कार्यालय से पीएम-केयर के संबंध में जानकारी मांगी है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर कई लोग पूछ रहे हैं कि जब सालों से सरकारी पीएम रिलीफ़ फंड या प्रधानमंत्री राहत कोष मौजूद है तो फिर एक नए फंड कि ज़रूरत क्यों आन पड़ी? वहीं कई  नए कोष यानी पीएम-केयर को ‘घोटाला’ क़रार दे रहे हैं तो कुछ जगहों पर कहा जा रहा है कि नया फंड इसलिए बनाया गया क्योंकि शायद ये नियंत्रक एंव महालेखा परीक्षक या कैग की परिधि से बाहर होगा जिसकी वजह से कोष से किए गए ख़र्च और उनके इस्तेमाल पर किसी की नज़र नहीं रहेगी। वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय ने या सरकारी तंत्र से जुड़े पब्लिसिटी विभाग ने इस संबंध में अब तक किसी तरह का कोई बयान नहीं दिया है।
 बीजेपी नेता नलिन कोहली ने इस मसले पर कहा है कि इस मुद्दे पर राजनीति करने की कोई ज़रूरत नहीं है। सरकार अलग-अलग उद्देश्य से बहुत सारे फंड शुरू करती है और इसकी रिपोर्ट नियंत्रक और महालेखापरीक्षक को की जाती है.। सब कुछ नियमों के तहत की होता है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ट्वीट के ज़रिये अपील करके कहा कि कोविद-19 जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और आपात राहत कोष (पीएम-केयर्स फंड) की स्थापना की जा रही है और लोग उसमें दान करें।
 प्रधानंत्री कार्यालय से जुड़ी वेबसाइट www.pmindia.gov.in पर फंड से संबंधित जानकारी में कहा गया है कि प्रधानमंत्री पीएम-केयर ट्रस्ट के अध्यक्ष होंगे और इसके सदस्यों में विदेश मंत्री, गृह मंत्री और वित्त मंत्री शामिल हैं। इस फंड में अभिनेता अक्षय कुमार 25 करोड़ रुपयों, उद्योगपति गौतम अडानी 100 करोड़ रुपये हैं सहित दूसरे अन्य लोग काफी पैसे दान चुके हैं।

First Published on: March 30, 2020 4:51 PM
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