नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 18,795 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 3,36,97,581 हो गई। देश में 201 दिन बाद संक्रमण के 20 हजार से कम नए मामले सामने आए हैं। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 2,92,206 हो गई, जो 192 दिनों बाद सबसे कम है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 179 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,47,373 हो गई। संक्रमण से मौत के ये मामले 193 दिन में सबसे कम है। इससे पहले 19 मार्च को संक्रमण से मौत के 154 मामले सामने आए थे।
#COVID19 Updates
🟤18,795 new cases in the last 24 hours
🟤26,030 recoveries in the last 24 hours
🟤Active caseload stands at 2,92,206
🟤Recovery rate currently at 97.81https://t.co/2AviZTu7Cw #IndiaFightsCorona #LargestVaccinationDrive pic.twitter.com/ZnAgqVoORN
— PIB India (@PIB_India) September 28, 2021
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 56,57,30,031 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 13,21,780 नमूनों की जांच सोमवार को की गई। दैनिक संक्रमण दर 1.42 प्रतिशत है, जो पिछले 29 दिनों से तीन प्रतिशत से कम है। वहीं, साप्ताहिक संक्रमण दर 1.88 प्रतिशत है, जो पिछले 95 दिन से तीन प्रतिशत से कम बनी हुई है।
अभी तक कुल 3,29,58,002 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 87 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है, जिनमें से एक करोड़ से अधिक खुराक सोमवार को दी गई।
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— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) September 28, 2021
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से जिन 179 लोगों की मौत हुई, उनमें से केरल के 58 और महाराष्ट्र के 32 लोग थे। देश में संक्रमण से अभी तक कुल 4,47,373 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,38,902, कर्नाटक के 37,746, तमिलनाडु के 35,509, दिल्ली के 25,085, केरल के 24,661, उत्तर प्रदेश के 22,890 और पश्चिम बंगाल के 18,751 लोग थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।