नई दिल्ली। देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 7,350 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3,46,97,860 हो गई तथा उपचाराधीन मरीजों की संख्या गिरकर 91,456 हो गई जो 561 दिनों में सबसे कम है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 202 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,75,636 हो गई। देश में लगातार 46 दिन से संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 15,000 से नीचे है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 91,456 हो गई, जो कि कुल मामलों का 0.26 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे कम है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के स्वस्थ होने की दर 98.37 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है।
#Unite2FightCorona#LargestVaccineDrive#OmicronVariant
𝗖𝗢𝗩𝗜𝗗 𝗙𝗟𝗔𝗦𝗛https://t.co/ML1BWAASGy pic.twitter.com/CMK3jwsY6d
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) December 13, 2021
देश में अब तक 3,41,30,768 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और मृत्यु दर 1.37 फीसदी है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 133.17 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है।
📍𝑰𝒏𝒅𝒊𝒂’𝒔 #𝑽𝒂𝒄𝒄𝒊𝒏𝒂𝒕𝒊𝒐𝒏𝑫𝒓𝒊𝒗𝒆 𝒄𝒓𝒐𝒔𝒔𝒆𝒔 133.17 𝒄𝒓𝒐𝒓𝒆 𝒎𝒂𝒓𝒌 𝒐𝒇 𝒂𝒅𝒎𝒊𝒏𝒊𝒔𝒕𝒆𝒓𝒆𝒅 𝒅𝒐𝒔𝒆𝒔.
☑️#StaySafe, follow #COVIDAppropriateBehaviour and get yourself vaccinated#We4Vaccine #LargestVaccinationDrive pic.twitter.com/vMatsJrLNj
— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) December 13, 2021
देश में पिछले 24 घंटे में जिन 202 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इनमें से 143 लोगों की मौत केरल में और 16 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है। केरल सरकार की एक विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य में मौत के 143 मामलों में से 34 की मौत पिछले कुछ दिनों में हुई है। वहीं, मौत के 109 मामलों को केन्द्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक कुल 4,75,636 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र में 1,41,259, केरल में 42,967 ,कर्नाटक में 38,261, तमिलनाडु में 36,612, दिल्ली में 25,100, उत्तर प्रदेश में 22,914 और पश्चिम बंगाल में 19,600 लोगों की मौत हुई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।