सोमवार को देशभर में कोरोना वायरस के 224 नए मामले सामने आए हैं, जो भारत में एक दिन में कुल मामलों का सबसे बड़ा आंकड़ा है । इसके साथ ही भारत में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 1545 हो गई है और मरने वालों की संख्या 46 हो गई है. एक ही दिन में कोरोना वायरस के रिकॉर्ड आंकड़ों का मुख्य कारण दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तब्लीगी जमात का एक कार्यक्रम है। सबसे ज्यादा दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में संक्रमितों के मामले हैं और इनमें से ज्यादातर वही हैं जो इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
तबलीगी जमात ने दी सफाई
तबलीगी जमात ने एक प्रेस स्टेटमेंट जारी किया । बयान में कहा गया है कि 24 मार्च को देशव्यापी लॉक डाउन लगने से पहले दिल्ली में 21 मार्च को ही लॉक डाउन की घोषणा कर दी गई थी जिसके कारण गाड़ी, और यातायात की सुविधाएं नहीं मिल पा रही थी. इसके बाद 24 मार्च को देशव्यापी लॉक डाउन लगने के बाद हालात और भी मुश्किल हो गए थे जिसके कारण जमात में शामिल होने वाले देशभर से आए 1000 से ज्यादा लोग घर नहीं जा पाए । बयान में आगे कहा गया कि हांलाकि इस दौरान हमने सभी नियम कानूनों का पालन किया गया, मरकज में किसी को घुसने नहीं दिया गया ।
तेलंगाना और अंडमान में कोरोना की खबर ने मचाया कोहराम
तेलंगाना में जब कोरोना वायरस से 6 लोगों की मौत की जांच हुई तो इसमें पता चला कि ये सभी लोग मार्च में दिल्ली में आयोजित धार्मिक मीटिंग में शामिल हुए थे । इसके बाद कोरोना में भी इसी तरह के 10 मामले सामने आए जिनमें से 9 लोग तबलीगी जमात में शामिल होने निजामुद्दीन आए थे और 10वीं उन्हीं में से किसी एक की संबंधी थी ।
जमात में शामिल 80 से अधिक लोग कोरोना पॉजिटिव
इसके बाद से अभी तक निजामुद्दीन की तबलीगी जमात में शामिल भारत के 14 राज्यों के 900 से अधिक लोगों को कोरोना वायरस की जांच के लिए अलग अलग अस्पतालों में भारती कराया जा चुका है । हैरान करने वाली बात ये है कि तबलीगी जमात में शामिल होने वाले 80 से अधिक लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
उत्तराखंड के 100 से अधिक लोग भी थे शामिल
निजामुद्दीन में एक मार्च से 15 मार्च के बीच एक धार्मिक आयोजन में उत्तराखंड के भी कुछ लोगों के हिस्सा लेने की खबरों का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को ऐसे लोगों की पहचान करने के आदेश दिये हैं । यहां एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इन अधिकारियों से तबलीग ए जमात के प्रमुख लोगों से बात कर उन्हें अपने समुदाय के सदस्यों को समझाने को भी कहा गया है ताकि वे स्वयं सामने आकर मरकज में शामिल होने के बारे में पुष्टि करें।