नई दिल्ली। एअर इंडिया के यात्री सेवा प्रणाली प्रदाता एसआईटीए ने इस वर्ष फरवरी में एक साइबर हमले का सामना किया जिसके कारण विमानन कंपनी के कुछ निश्चित संख्या में यात्रियों के व्यक्तिगत डेटा लीक हो गए। यह जानकारी एक आधिकारिक बयान में शुक्रवार को दी गई।
एअर इंडिया द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि 11 अगस्त, 2011 और 3 फरवरी, 2021 के बीच पंजीकृत एयर इंडिया के एक निश्चित संख्या में यात्रियों की निजी जानकारी लीक हुई है जिसमें- नाम, जन्म तिथि, संपर्क सूचना, पासपोर्ट जानकारी, टिकट जानकारी और क्रेडिट कार्ड डेटा शामिल है।
बयान में कहा गया है, हालांकि हम और हमारे डेटा प्रोसेसर लगातार सुधारात्मक कदम उठा रहे हैं। हम यात्रियों से अपील करेंगे कि वे अपने व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जहां कहीं भी लागू हो, पासवर्ड बदल लें।
साइबर हमले के कारण दुनिया भर में 45 लाख यात्रियों का डेटा “प्रभावित” हुआ है जिसमें एयर इंडिया के यात्री भी शामिल हैं। कहा, ‘‘एअर इंडिया अपने मूल्यवान ग्राहकों को सूचित करना चाहती है कि उसके यात्री सेवा प्रणाली प्रदाता ने एक परिष्कृत साइबर हमले के बारे में सूचित किया है जिसका सामना उसने फरवरी 2021 के अंतिम सप्ताह में किया था।’’
हालांकि, फोरेंसिक विश्लेषण के माध्यम से इसके स्तर और दायरे का पता लगाया जा रहा है और कवायद जारी है। एसआईटीए ने इसकी पुष्टि की है कि घटना के बाद सिस्टम के बुनियादी ढांचे के अंदर किसी भी अनधिकृत गतिविधि का पता नहीं चला है।
एयरलाइन ने कहा, एअर इंडिया इस बीच भारत और विदेशों में विभिन्न नियामक एजेंसियों के संपर्क में है और उन्हें अपने दायित्वों के अनुसार घटना के बारे में अवगत कराया है।