हड़प्पा काल के धोलावीरा को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में किया गया शामिल, उपराष्ट्रपति और पीएम समेत शाह ने जताई खुशी


गुजरात में हड़प्पा काल के शहर धोलावीरा को संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है।


शिवांगी गुप्ता शिवांगी गुप्ता
देश Updated On :

नई दिल्ली। गुजरात में हड़प्पा काल के शहर धोलावीरा को संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। जिस अवसर पर बुधवार को राज्यसभा में सभापति एम वेंकैया नायडू ने  देशवासियों को बधाई दी।

इसी के साथ ही पीएम मोदी ने भी इस खबर पर खुशी जाहिर करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि, ‘धोलावीरा एक महत्वपूर्ण शहरी केंद्र था और हमारे अतीत के साथ हमारे सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है। यह विशेष रूप से इतिहास, संस्कृति और पुरातत्व में रुचि रखने वालों के लिए एक यात्रा अवश्य है।’

इसी के साथ ही गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस खबर की जानकारी देते हुए खुशी जाहिर की।

वहीं दूसरी ओर सभापति ने भारत की इस उपलब्धि पर देश को बधाई देते हुए कहा कि, ‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का सिर ऊंचा किया है। बता दें कि तेलंगाना के वारंगल में पालमपेट स्थित रामप्पा मंदिर के बाद इस महीने विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया धोलावीरा भारत का दूसरा स्थल है।’

सभापति ने कहा कि धोलावीरा, हड़प्पा सभ्यता से संबंधित एक ऐतिहासिक शहरी बस्‍ती का उत्‍कृष्‍ट उदाहरण है जो उस काल की वास्तुकला, जल प्रबंधन प्रणाली तथा तत्कालीन सांस्कृतिक – सामाजिक व्यवस्था की झलक बताता है। उन्होंने कहा कि वहां ईसा पूर्व तीसरी और दूसरी सहस्राब्दि के जन-जीवन के साक्ष्य मिले हैं ।

बता दें कि हड़प्पा सभ्यता के प्रमुख स्थलों में एक धोलावीरा को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किए जाने के बाद अब देश के कुल 40 स्थल ऐसे हो गए हैं जो यूनेस्को की सूची में शामिल हैं।