भोपाल। कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सोमवार को कहा कि वह इजराइली स्पाईवेयर पेगासस के जरिए कथित तौर पर फोन टैपिंग से बचने में कामयाब रहे क्योंकि उन्होंने अपने उस पुराने मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करना बंद कर दिया था जिसका जिक्र एल्गर परिषद-माओवादी से जुड़े मामले से संबंधित पत्र में किया गया था।
No truth: Govt on allegations of spying on specific people using ‘Pegasus’ spyware https://t.co/3jemgG89SO
-via @inshortsHas WhatsApp/Facebook sent a list of Indians whose accounts have been hacked through Pegasus? Will Hon Minister release the list or at least inform them.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 19, 2021
सिंह ने कहा कि उन्होंने दिसंबर 2019 में पेगासस के जरिए कुछ व्यक्तियों पर कथित जासूसी का मुद्दा पहले ही उठाया था।
दिग्विजय ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं एक नक्सली से दूसरे को लिखे पत्र में बताए गए उस नंबर पर व्हाट्सऐप पर नहीं हूं, जिसमें पुणे में मेरे खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात रही कि मैंने काफी समय पहले उस फोन (नंबर) का इस्तेमाल करना बंद कर दिया था, इसलिए मुझे फंसाया नहीं जा सकता।’’
उनसे सवाल किया गया था कि क्या उन्हें शक है कि उनके फोन की भी जासूसी कराई गई है।
एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठन ने खुलासा किया है कि केवल सरकारी एजेंसियों को ही बेचे जाने वाले इजराइल के जासूसी साफ्टवेयर पेगासस के जरिए भारत के दो केंद्रीय मंत्रियों, 40 से अधिक पत्रकारों, विपक्ष के तीन नेताओं और एक मौजूदा न्यायाधीश सहित बड़ी संख्या में कारोबारियों और अधिकार कार्यकर्ताओं के 300 से अधिक मोबाइल नंबर हो सकता है कि हैक किए गए हों। यह रिपोर्ट रविवार को सामने आयी।