
वायनाड। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नेशनल कान्फ्रेंस के प्रमुख फारुक अब्दुल्ला से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ की मंगलवार को आलोचना की और केंद्र पर आरोप लगाया कि वह अपनी जांच एजेंसियों का इस्तेमाल राजनीतिक हथियार के तौर पर कर रहा है। गांधी ने कहा कि उनके सहित कई लोग ‘‘इस हमले’’ का सामना कर रहे हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला से जम्मू कश्मीर क्रिकेट संघ में करोड़ों रुपये के घोटाले के सिलसिले में सोमवार को छह घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। इसके बाद हाल में गठित पीपुल्स अलायंस द्वारा ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ के आरोप लगाये गए। पीपुल्स अलायंस में मुख्य धारा की कई पार्टियां शामिल हैं।
गांधी केरल की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वर्तमान सरकार में एजेंसियों का उपयोग राजनीतिक हथियार के रूप में करने की एक प्रवृत्ति है। अगर कोई वैसा नहीं करता है जैसा वे राजनीतिक रूप से चाहते हैं, तो उन्हें लगता है कि वे सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल उन पर दबाव डालने और उन्हें धमकाने के लिए कर सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि ये संस्थान लोगों को न्याय दिलाने के लिए बनाये गए थे, राजनीतिक हथियार के तौर पर तथा प्रधानमंत्री के ‘‘निजी हथियार’’ के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए नहीं।
गांधी ने कहा, ‘‘यह केवल फारुक अब्दुल्ला का सवाल नहीं है, कई लोग इस हमले का सामना कर रहे हैं। मैं निजी तौर पर इस हमले का सामना कर रहा हूं। मेरे खिलाफ कई मामले हैं और कई नेता हैं जो इस हमले का सामना कर रहे हैं।’’
हालांकि, केरल में सोना तस्करी मामले में सीबीआई और ईडी की जांच के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा ‘‘न्याय होना चाहिए। जांच एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं। देखते हैं जांच कहां जाती है। न्याय होना चाहिए।’’