
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ईद-उल-अजहा के मौके पर देशवासियों को बधाई दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘’ईद मुबारक! ईद-उल-अजहा पर हार्दिक शुभकामनाएं। आज का दिन समाज की बेहतरी के लिए सामूहिक सहानुभूति, सद्भाव और समावेश की भावना को आगे बढ़ाए।’’
Eid Mubarak!
Best wishes on Eid-ul-Adha. May this day further the spirit of collective empathy, harmony and inclusivity in the service of greater good.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 21, 2021
उल्लेखनीय है कि बुधवार को कोविड-19 वैश्विक महामारी के साये में ईद मनाई जा रही है।
राष्ट्रपति कोविंद ने दी शुभकामना
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी लोगों को बकरीद की शुभकामनाएं दी हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि यह पर्व प्रेम, निस्वार्थता और बलिदान की भावना के प्रति आभार व्यक्त करने और एक समावेशी समाज में एकता और भाईचारे के लिए मिलकर काम करने का त्योहार है।
सभी देशवासियों को ईद मुबारक! ईद-उज़-ज़ुहा प्रेम, त्याग और बलिदान की भावना के प्रति आदर व्यक्त करने और समावेशी समाज में एकता और भाईचारे के लिए मिलकर कार्य करने का त्योहार है। आइए, हम कोविड-19 से बचाव के उपाय अपनाते हुए समाज के हर वर्ग की खुशहाली के लिए काम करने का संकल्प लें।
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 21, 2021
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान में कहा गया ‘आइये हम कोविड-19 के प्रसार को रोकने के उपायों को अपनाकर इसके खिलाफ लड़ने और समाज के हर वर्ग की खुशी और भलाई के लिए काम करने संकल्प लें। ईद-उल-अजहा के अवसर पर, मैं सभी देशवासियों, विशेषकर हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।’
राजनाथ सिंह, राहुल गांधी ने दी बधाई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोगों को बकरीद की शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि यह त्योहार लोगों में खुशियां और सद्भाव लेकर आए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी देशवासियों को ईद उल अजहा की शुभकामनाएं दी हैं। राहुल ने अपने एक ट्वीट में कहा ‘आप सभी को ईद उल अजहा मुबारक हो!’
बकरीद के त्योहार को कुर्बानी के दिन के रूप में भी याद किया जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक रमजान के दो महीने बाद कुर्बानी का त्योहार बकरीद आता है। हमारे देश के अलावा किसी भी और जगह पर ईद-अल-अजहा को बकरीद नहीं कहा जाता है। आज के दिन आमतौर पर बकरे की कुर्बानी दी जाती है, इसलिए हमारे देश में इसे बकरीद भी कहते हैं। आज के दिन बकरे को अल्लाह के लिए कुर्बान कर दिया जाता हैं। इस धार्मिक प्रक्रिया को फर्ज-ए-कुर्बान कहा जाता है।
इस खास मौके पर ईदगाहों और प्रमुख मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की विशेष नमाज सुबह 6 बजे से लेकर 10.30 बजे तक अदा करने की तैयारी है। बता दें कि बीते साल कोरोना संक्रमण की भयावयता की वजह से लोगों को घर से ही नमाज अदा करनी पड़ी थी।