पहले बयानबाजी फिर आखिर क्यों रो पड़े टिकैत?, आंदोलन को मिला सपा-रालोद का साथ!

किसान नेता राकेश के भाई नरेश टिकैत ने कहा कि प्रदर्शन खत्म हो जाएगा। उन्होंने मुजफ्फरनगर में एक सभा में कहा, "निराश नहीं हों। आज गाजीपुर में विरोध प्रदर्शन खत्म हो जाएगा। पुलिस द्वारा पीटे जाने से बेहतर है कि उस स्थान को खाली कर दें।"

नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस पर देश की राजधानी में किसानों के ट्रैक्टर परेड के दौरान प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई तोड़फोड़, पुलिस-मीडिया पर हमला और लाल किला पर तिरंगा के अलावा एक विशेष झंडा फहराए जाने के बाद किसान आंदोलन में पूरी तरह फूट पड़ गया है। एक ओर जहां किसान मोर्चा से कुछ संगठनों ने खुद को अलग कर प्रदर्शन समाप्त कर दिया है, वहीं किसान नेता राकेश टिकैत अलग-थलग पड़ गए हैं।

इस बीच बीकेयू में मतभेद की खबरें भी सामने आई हैं। किसान नेता राकेश के भाई नरेश टिकैत ने कहा कि प्रदर्शन खत्म हो जाएगा। उन्होंने मुजफ्फरनगर में एक सभा में कहा, “निराश नहीं हों। आज गाजीपुर में विरोध प्रदर्शन खत्म हो जाएगा। पुलिस द्वारा पीटे जाने से बेहतर है कि उस स्थान को खाली कर दें।”

अकेले पड़ने के बावजूद नरेश टिकैत के नेतृत्व में भारतीय किसान यूनियन यानि बीकेयू के लोग अभी भी यूपी गेट पर डटे हुए हैं। हालांकि गाजियाबाद प्रशासन ने प्रदर्शनकारी किसानों को बृहस्पतिवार आधी रात तक यूपी गेट खाली करने का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन किसान नेता राकेश टिकैत अपनी मांग पर अड़े रहे और कहा कि वह आत्महत्या कर लेंगे लेकिन आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे।

पहले तो किसान नेता राकेश टिकैत एक के बाद एक बयान देते रहे लेकिन जब प्रशासन का दबाव बढ़ा तो वे भी पीछे आ गए। प्रशासनिक अधिकारियों से बात करने के बाद टिकैत मीडिया के सामने रो पड़े। जब मीडिया ने उनसे रोने का कारण पूछा तो वे बिना जवाब दिए निकल गए। माना जा रहा है की नरेश टिकैत पर शासन और प्रशासन का दबाव बढ़ गया है। इस बीच किसान नेता नरेश टिकैत के लिए भी राहत भरी खबर उस समय आई जब सपा और रालोद उनके समर्थन में आगे आई।

टिकैत के समर्थन में सपा और रालोद
पूर्व सीएम अखिलेश यादव और रालोद प्रमुख अजित चौधरी ने किसान आंदोलन को समर्थन दिया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि ‘अभी राकेश टिकैत जी से बात करके उनके स्वास्थ्य का हाल जाना। भाजपा सरकार ने किसान नेताओं को जिस तरह आरोपित व प्रताड़ित किया है, वो पूरा देश देख रहा है। आज तो भाजपा के समर्थक भी शर्म से सिर झुकाए और मुँह छिपाए फिर रहे हैं। आज देश की भावना और सहानुभूति किसानों के साथ है।’

किसानों के बड़े नेता रहे पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह के बेटे और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के प्रमुख अजीत सिंह ने भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) को समर्थन का ऐलान किया है। रालोद उपाध्यक्ष और अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी ने बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बीकेयू अध्यक्ष नरेश टिकैत एवं प्रवक्ता राकेश टिकैत से बातचीत की है । रालोद उपाध्यक्ष ने ट्वीट किया, चिंता मत कीजिए, किसान के लिए यह जीवन-मरण का प्रश्न है। सबको एक होना है, साथ रहना है-यह संदेश दिया है चौधरी साहब ने।

यूपी गेट पर भीड़ बढ़ी, अतिरिक्त बल को हटाया गया
गाजियाबाद प्रशासन द्वारा यूपी गेट पर प्रदर्शन स्थल को खाली करने की अंतिम चेतावनी दिए जाने के बावजूद भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के सैकड़ों सदस्य शुक्रवार को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर डटे रहे। यहां एकत्रित लोगों की संख्या रातभर में बढ़ गई। यहां राकेश टिकैत की अगुवाई में बीकेयू के सदस्य 28 नवंबर से ही प्रदर्शन कर रहे हैं।

बीकेयू के आह्वान पर आंदोलन में शामिल होने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, बागपत, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद और बुलंदशहर जिलों से बड़ी संख्या में किसान शुक्रवार तड़के यूपी गेट पहुंचे, जबकि रात में यहां सुरक्षाबलों की संख्या को कम किया गया। गाजीपुर में यूपी गेट पर आमना-सामने होने की स्थिति बन रही है। बृहस्पतिवार शाम को प्रदर्शन स्थल पर बार-बार बत्ती गुल हुई थी।

गाजियाबाद जिला मजिस्ट्रेट अजय शंकर पांडे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी आधी रात को प्रदर्शनस्थल पहुंचे और वहां हालात का जायजा लिया। यहां पर काफी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। आधिकारिक निर्देशों के बाद पीएसी और आएएफ के जवानों समेत कई सुरक्षाकर्मी आधी रात को प्रदर्शन स्थल से चले गए थे।

रात को एक बजे टिकैत अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन स्थल दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर डटे रहे। इस स्थान को दोनों ओर से बंद किया गया है तथा यहां सामान्य यातायात बाधित हो गया है। यूपी गेट पर करीब 500 प्रदर्शनकारी हैं तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश से यहां और किसान आ रहे हैं।

 

First Published on: January 29, 2021 12:21 PM
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