
जम्मू। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के एक सुदूर गांव में बुधवार तड़के बादल फटने की घटना हुई। जिस हादसे में कई घर बह गए और 25 से ज्यादा लोगों के लापता होने की खबर सामने आई है। इसी के साथ ही पांच लोगों के शव बरामद किए गए हैं।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने जम्मू-कश्मीर में बादल फटने की घटना पर बुधवार को दुख जताया और शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। जहां उन्होंने राहत और बचाव कार्य में जुटे लोगों के अभियान में सफल होने की कामना भी की।
राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, ‘‘ जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से हुए कई लोगों की मृत्यु से बहुत दुख हुआ। मैं, लापता हुए लोगों के लिए जारी राहत व बचाव कार्यों में सफलता की कामना करता हूं और शोकाकुल परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से हुए कई लोगों की मृत्यु से बहुत दुख हुआ। मैं, लापता हुए लोगों के लिए जारी राहत व बचाव कार्यों में सफलता की कामना करता हूं और शोकाकुल परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 28, 2021
वहीें इस घटना की जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दाचन तहसील के होनजार गांव में सुबह करीब साढ़े चार बजे बादल फटने की घटना के बाद से 25 से अधिक लोग लापता हैं। पुलिस, सेना और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) मौके पर एक संयुक्त राहत अभियान चला रहे हैं।
किश्तवाड़ के जिला विकास आयुक्त अशोक कुमार शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ बादल फटने की घटना से प्रभावित गांव में से पांच लोगों के शव अभी तक बचावकर्मियों को मिल चुके हैं।’’
पुलिस महानिदेशक वीके सिंह ने बताया कि बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ में छह मकान बह गए। अंतिम रिर्पोट मिलने तक तलाश एवं बचाव अभियान जारी था। उन्होंने बताया कि मारे गए पांच लोगों में दो महिलाएं हैं। वहीं 25 लोग अब भी लापता हैं।
सिंह होम गार्ड, नागरिक सुरक्षा तथा एसडीआरएफ के कमांडेंट जनरल भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ किश्तवाड़ से एसडीआरएफ की हमारी एक टीम प्रभावित गांव पहुंची, दो और टीमें डोडा और उधमपुर जिलों से रवाना हो रही हैं। एसडीआरएफ के दो और दल मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं, उन्हें जम्मू और श्रीनगर से हवाई मार्ग से घटनास्थल पर पहुंचाया जाएगा।’’
सिंह ने कहा कि बादल फटने से छह मकान और एक राशन की दुकान क्षतिग्रस्त हुईं। किश्तवाड़ के जिला विकास आयुक्त ने बताया कि सुदूर लोम्बार्ड क्षेत्र में रात को बादल फटने की दो और घटनाएं हुईं लेकिन वहां किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
शर्मा ने कहा, ‘‘ अवसंरचनाओं को नुकसान पहुंचा है लेकिन उसकी उचित जानकारी मिलना अभी बाकी है।’’ उन्होंने कहा कि लगातार बारिश को देखते हुए पद्दार क्षेत्र से करीब 60 परिवरों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
जम्मू में बीते कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है। जुलाई माह के अंत तक और अधिक बारिश होने का अनुमान है, जिसके चलते किश्तवाड़ के अधिकारियों ने जलाशयों के निकट रहने वाले और फिसलन वाले क्षेत्रों के लोगों से सतर्क रहने को कहा है।
जिला प्रशासन ने मंगलवार रात को जारी एक परामर्श में कहा, ‘‘मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आने वाले दिनों में भारी बारिश हो सकती है जिससे नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ सकता है और उनके निकट रहने वाले लोगों के लिए खतरा हो सकता है।’’