नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत और बांग्लादेश को मिलकर उन आतंकवादी तथा चरमपंथी ताकतों का सामना करना होगा जो दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास पर हमला कर सकती हैं।
मोदी ने भारत यात्रा पर आईं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से द्विपक्षीय वार्ता के बाद यह बात कही। हसीना ने इस दौरान तीस्ता जल बंटवारे को लेकर जल्द समाधान पर पहुंचने की पुरजोर वकालत की।
मोदी ने कहा, ‘‘आज हमने आतंकवाद और चरमपंथ के खिलाफ सहयोग पर भी जोर दिया। 1971 की भावना को जीवित रखने के लिए बहुत जरूरी है कि हम ऐसी ताकतों का मिलकर सामना करें जो हमारे आपसी विश्वास पर हमला करती हों।’’
भारत और बांग्लादेश ने मोदी और हसीना की वार्ता के बाद सात समझौतों पर हस्ताक्षर किये जिनमें एक कुशियारा नदी के जल बंटवारे से संबंधित भी है जो दक्षिणी असम के क्षेत्रों और बांग्लादेश के सिलहट इलाके को लाभान्वित कर सकता है।
मोदी ने कहा कि भारत और बांग्लादेश की सीमाओं से 54 नदियां गुजरती हैं और ये सदियों से दोनों देशों के लोगों की आजीविका से जुड़ी हैं।
हसीना ने यहां हैदराबाद हाउस में संयुक्त मीडिया वार्ता में कहा, ‘‘दोनों देशों ने मित्रता और सहयोग की भावना से अनेक मुद्दों का समाधान किया है। हमें आशा है कि तीस्ता जल बंटवारा समझौते समेत सभी लंबित मुद्दों को जल्द निपटा लिया जाएगा।’’